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गोपालगंज : आत्मदाह की तैयारी कर रहे पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने एसडीएम के पहुंचने के बाद बदला फैसला

सुशील श्रीवास्तव

https://youtu.be/EcQVZS8rj9M

गोपालगंज में गन्ना किसानो की समस्याओ को लेकर पूर्व विधायक व जदयू के प्रदेश महासचिव मंजीत सिंह ने बुधवार को महाधरना का आयोजन किया. वहीं महाधरना के बाद पूर्व विधायक ने किसानो की समस्याओ से सम्बंधित मामले का निबटारा नहीं होने पर आत्मदाह की धमकी दी थी. जिसके बाद सिधवलिया चीनी मिल गेट पर जदयू नेता सही सैकड़ो की संख्या में गन्ना किसान धरने पर बैठे रहे. जबकि शाम 05 बजते ही पूर्व विधायक मंजीत सिंह आत्मदाह करने की तैयारी शुरू कर दी. लेकिन आत्मदाह करने से पहले की सदर एसडीएम वर्षा सिंह और पूर्व विधायक में समस्याओ के समाधान को लेकर वार्ता हुई और इसके बाद कई घंटे से चल रहे इस हाई वोल्टेज ड्रामा का समापन हो गया.

बैकुंठपुर के पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने कहा कि जिले में किसानों को गन्ना की खरीद के लिए सिधवलिया चीनी मिल के द्वारा जनवरी माह से ही पर्ची नहीं दी जा रही है. चीनी मिल में गन्ने की गाड़ी जैसे ही पहुचती है. वहां एमवीआई और डीटीओ के द्वारा ओवरलोडिंग के नाम पर किसानो से 25 से 30 हजार रूपये का जुर्माना लगा दिया जा रहा है. जिसकी वजह से चीनी मिल ने अपने सभी 60 क्रय केन्द्रों को बंद कर दिया है. इसके अलावा 2016 – 2017 में जिले में आई भयंकर बाढ़ के बावजूद बैकुंठपुर और सिधवलिया के सैकड़ो किसानो को अबतक कृषि इनपुट सब्सिडी का लाभ नहीं मिला. जबकि ट्रेजरी में 28 करोड़ की राशि बेकार पड़ी हुई है. अपनी इन्ही समस्याओ को लेकर पूर्व विधायक ने जिला प्रशासन और सिधवलिया चीनी मिल के खिलाफ धरने पर बैठकर आत्मदाह की धमकी दी थी.

वहीं सदर एसडीएम वर्षा सिंह ने बताया कि गन्ना किसानो के भुगतान , कैलंडर सिस्टम से गन्ने की खरीद सहित सभी मांगो को मान लिया गया है. चीनी मिल के द्वारा किसानो के भुगतान को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए है. साथ ही मिल प्रबंधन के द्वारा बंद किये गए सभी क्रय केन्द्रों को खोल दिया गया है. एसडीएम ने कहा कि कृषि इनपुट की सब्सिडी की जांच कराकर उसमे में आवश्यक कारवाई की जाएगी. इस आश्वासन के बाद मंजीत सिंह का धरना समाप्त कर दिया गया.

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