भागलपुर : इमरजेंसी वार्ड में 30 मिनट तक पड़ा रहा मरीज, इलाज नहीं होने से हो गई मौत
अमर कुमार
भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में इलाज में लापरवाही बरते जाने के कारण खगड़िया जिले के पसराहा थाना क्षेत्र के झंझरा निवासी मरीज बिंदेश्वरी साह (55 वर्ष) की मौत हो गई. मृतक गंभीर स्थिति में अस्पताल में 30 मिनट तक पड़ा रहा, लेकिन अस्पताल में इलाज आरंभ नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गई. वहीं मरीज की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट भी की. लेकिन मौजूद लोगों ने बीच बचाव कर मारपीट को नियंत्रित किया.
मृतक के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सक द्वारा इलाज नहीं किए जाने के कारण मरीज की मौत हुई है. परिजनों ने कहा कि अस्पताल में जब लाया गया तो वह इमरजेंसी वार्ड में 30 मिनट तक पड़ा रहा. अस्पताल में उसकी इलाज के लिए न कोई चिकित्सक आए न ही कोई कर्मी. उनके सीने में काफी दर्द था. जिससे उसे सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी. इस परिस्थिति में उसे ऑक्सीजन लगाने वाला भी कोई नहीं था. करीब 30 मिनट के बाद जबतक उसे ऑक्सीजन लगया जाता उसकी मौत हो चुकी थी. परिजनों ने कहा कि अस्पताल में आते ही उसे ऑक्सीजन लगाकर इलाज आरंभ किया जाता तो उनकी मौत नहीं होती. अस्पताल में चिकित्सक द्वारा इलाज में लापरवाही बरते जाने के कारण ही मेरे मरीज की मौत हुई है.
वहीं नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ अंजू तुरियार ने कहा कि चिकित्सक द्वारा कोई लापरवाही नहीं बरती गई है. मरीज को हार्ट अटैक आया हुआ था. उसका निजी अस्पताल में इलाज भी हुआ था. गंभीर स्थिति में उसे मायागंज अस्पताल भगालपुर रेफर किया गया था. लेकिन मरीज के परिजन उसे लेकर यहां आए उसका विधिवत इमरजेंसी में इलाज शुरू किया गया ही था कि मरीज की मौत हो गई. मरीज को काफी क्रिटिकल अवस्था मे यहां लाया गया था. इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है. परिजनों का आरोप पूरी तरह से निराधार है.
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