Abhi Bharat

बेगूसराय : बरौनी रिफाइनरी में हिंदी दिवस समारोह आयोजित

नूर आलम

बेगूसराय में शनिवार को इंडियन ऑयल के बरौनी रिफाइनरी में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया. इस दौरान बरौनी रिफाइनरी के इंट्रानेट का हिन्दी वर्जन भी लांच किया गया.

बता दें कि कार्यपालक निदेशक शुक्ला मिस्त्री की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत रिफाइनरी गीत के साथ हुई. इसके बाद शुक्ला मिस्त्री कार्यपालक निदेशक शुक्ला मिस्त्री, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) मानस बरा, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) बीबी बरुआ, मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) अजय कुमार तिवारी, बीटीएमयू के अतिरिक्त महासचिव संजीव कुमार और आईओओए के सचिव बसंत कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर हिन्दी दिवस समारोह का विधिवत शुभारंभ किया.

इस अवसर पर उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन) कमल बसुमतारी ने आए हुए सभी अतिथियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों का स्वागत करते हुए हिन्दी दिवस के आयोजन और उसकी उपयोगिता तथा महत्ता पर प्रकाश डाला. इस दौरान हिन्दी दिवस पर प्रकाशित विशेष बुलेटिन और हिन्दी दिवस की थीम पर तैयार किए गए जूट बैग का विमोचन तमाम अधिकारियों ने किया. वहीं, बरौनी रिफाइनरी के इंट्रानेट का हिन्दी वर्जन भी लांच किया गया.

वहीं पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री के हिन्दी दिवस संदेश का वाचन मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) मानस बरा तथा धन्यवाद ज्ञापन सहायक हिन्दी अधिकारी शरद कुमार ने किया. वहीं बीटीएमयू के अतिरिक्त महासचिव संजीव कुमार ने बरौनी रिफाइनरी को राजभाषा कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ रिफाइनरी बनाने के लिए पूरी लगन और निष्ठा से सामूहिक प्रयास करने के लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आह्वान किया. अध्यक्षीय संबोधन करते हुए कार्यपालक निदेशक शुक्ला मिस्त्री ने कहा कि हिन्दी दिवस केवल एक कार्यक्रम या समारोह का दिन नहीं है, बल्कि कार्यालयीन कामकाज में राजभाषा हिन्दी के प्रयोग और उसकी प्रगति के बारे में विचार करने, विगत वर्ष में हिन्दी‍ के प्रयोग की समीक्षा और भविष्य में हिन्दी के प्रगामी प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए भावी योजनाओं पर विचार करने का दिन भी है. भारत विभिन्न भाषाओं का देश है, किन्तु अनेकता में एकता लाने का काम करती है हिन्दी. विकास के पथ पर समान लय और समान समझ लाने का माध्यम है हिन्दी. आज की तारीख में हिन्दी में काम करना बहुत ही आसान हैं. तकनीकी ने इसे काफी सरल बना दिया है. भारत में कारोबार के अवसर बहुत ज्यादा हैं. आज के समय में बाजार की भाषा के बिना कारोबार संभव नहीं है और हिन्दी बाजार की अग्रणी भाषा है. इसके संवर्द्धन और प्रयोग के बिना कारोबार में सफल होना संभव ही नहीं है. मौके पर हिन्दी पखवाड़ा 2019 के दौरान आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया.

You might also like

Comments are closed.