मोतिहारी : केसरिया में घटित हत्याकांड का पुलिस ने किया उद्भेदन, पिता-भाई व जीजा गिरफ्तार
मोतिहारी/पूर्वी चंपारण || जिले की केसरिया पुलिस को एक अज्ञात महिला हत्याकांड का उद्भेदन करने में सफलता मिली है. महिला की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके पिता, भाई और जीजा ने मिलकर की थी और उसके शव को बोरा में रखकर सुबैया गांव से 16 किलोमीटर दूर ढेकहां स्थित गंडक नदी के पुल के नीचे फेंक दिया था. इस मामले में पुलिस ने मृतका के पिता, भाई और जीजा को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया.
बता दें कि 10 दिन पूर्व गंडक नदी के सत्तरघाट पुल के नीचे से पुलिस ने बोरा में रखे एक महिला का शव बरामद किया था. शव बरामदगी के बाद से पुलिस मृतका की पहचान और हत्यारों को चिन्हित करने में जुटी थी. आखिरकार पुलिस आज अपने मुकाम पर पहुंच गई और मृतका के पिता, भाई और जीजा को गिरफ्तार कर मामले का उद्भेदन कर दिया.
16 किलोमीटर दूर ले जाकर गंडक नदी पुल के नीचे फेंका शव
चकिया के एसडीपीओ सत्येन्द्र कुमार सिंह ने आज अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर मीडिया को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया. मृतका के तीनों परिजनों की गिरफ्तारी और अज्ञात शव की पहचान के बारे में उन्होंने बताया कि मृतका 22 वर्षीया काजल कुमारी केसरिया थाना क्षेत्र के सुबैया निवासी प्रभुवन दास की पुत्री थी. आज जब मृतका के पिता प्रभुवन दास, भाई चंद्रमोहन उर्फ अजय दास एवं मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज निवासी जीजा आशुतोष कुमार उर्फ मुनिक को गिरफ्तार कर सख्ती से पुछताछ की गई तो तीनों ने इस हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. एसडीपीओ ने बताया कि साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से हत्या के बाद तीनों ने मिलकर शव को अपने घर से 16 किलोमीटर दूर ढेकहां स्थित गंडक नदी पुल के नीचे फेंक दिया.पुलिस ने उपरोक्त तीनों के पास से पांच मोबाइल सेट भी बरामद किया है. आवश्यक पुछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया. इस कांड के उद्भेदन को लेकर जिले के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने चकिया के एसडीपीओ सत्येन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया था. छापेमारी दल में केसरिया थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर उदय कुमार, बिजधरी ओपीध्यक्ष राजीव कुमार, दारोगा ध्रुव नारायण सिंह, दारोगा रणविजय कुमार के अलावा केसरिया थाना और बिजधरी ओपी के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).
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