मोतिहारी : पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से डॉ राजेश को मिला वीआईपी का सिंबल, समर्थकों में भारी उत्साह
मोतिहारी || राजनैतिक ऊहापोह के बीच विकासशील इंसान पार्टी ने केसरिया के पूर्व विधायक डॉ राजेश कुमार को पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. पार्टी के संरक्षक व बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने शुक्रवार की देर शाम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बालगोविंद बिंद की मौजूदगी में डॉ राजेश कुमार को प्रत्याशी घोषित करते हुए उन्हें सिंबल दे दिया.
वीआईपी की ओर से आज इस आशय का पत्र जारी कर दिया गया. यहां बता दें कि इंडिया गठबंधन में पूर्व मंत्री मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को तीन सीटें मिली है. राजद ने अपने कोटे से वीआईपी को गोपालगंज (सु), झंझारपुर एवं पूर्वी चंपारण लोकसभा की सीटें दी हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह से होगा मुकाबला
इंडिया गठबंधन के वीआईपी प्रत्याशी डॉ राजेश कुमार का मुकाबला पूर्व केंद्रीय मंत्री व वर्तमान भाजपा सांसद राधामोहन सिंह से होगा. पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से राधामोहन सिंह भाजपा के टिकट पर सांसद हैं. राधामोहन सिंह केन्द्र की मोदी सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री भी रहे हैं. वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. वर्तमान में वे रेलवे स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. राधामोहन सिंह सन् 1989 में पहली बार सांसद चुने गए थे. 2024 के आम चुनाव में भाजपा ने दसवीं बार उन पर भरोसा कर चुनाव मैदान में उतारा है.
राजद के टिकट पर केसरिया से विधायक रहे हैं वीआईपी प्रत्याशी डॉ राजेश
पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से वीआईपी के घोषित उम्मीदवार डॉ राजेश कुमार वर्ष 2015 में राजद के टिकट पर केसरिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे. जिले के केसरिया प्रखंड अंतर्गत पूर्वी सरोत्तर चांद परसा पंचायत के पुरैना गांव निवासी डॉ राजेश कुमार पेशे से चिकित्सक हैं. डॉ राजेश कुमार ने अपनी राजनैतिक जीवन की शुरुआत वर्ष 2010 में की थी. वे वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में केसरिया क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. हालांकि केसरिया की जनता ने उन्हें जो प्यार और समर्थन दिया उससे उत्साहित होकर डॉ राजेश पूरे मनोयोग से जनसेवा में लगे रहे.इसके परिणाम स्वरूप वर्ष 2015 के चुनाव में राजद ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया और वे भाजपा के राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को शिकस्त देकर पहली बार केसरिया के विधायक चुने गए. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने डॉ राजेश कुमार को टिकट से वंचित कर दिया फलत: पार्टी को केसरिया में हार का सामना करना पड़ा. डॉ राजेश कुमार ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी वर्ष 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी.
लोगों के बीच खासे लोकप्रिय हैं पूर्व विधायक डॉ राजेश
वीआईपी के लोकसभा प्रत्याशी व केसरिया के पूर्व विधायक डॉ राजेश कुमार जनता के बीच खासे लोकप्रिय हैं. वे एक सुप्रसिद्ध चिकित्सक और एक सफल जननेता हैं. लोगों से मिलना-जुलना और जरुरतमंदों की सहायता करना उनके आदत में शामिल है. डॉ राजेश कुमार की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले विधानसभा के चुनाव में उनका टिकट कटने के कारण राजद को केसरिया में हार का सामना करना पड़ा था. स्थानीय लोगों का कहना है कि राजद ने अगर डॉ राजेश कुमार को पुनः प्रत्याशी बनाया होता तो वे भारी मतों के अंतर से फिर चुनाव जीत जाते.
कुशवाहा समाज से आते हैं पूर्व विधायक डॉ राजेश कुमार
वीआईपी के लोकसभा प्रत्याशी व केसरिया के पूर्व विधायक डॉ राजेश कुमार कुशवाहा समाज से आते हैं. बिहार की राजनीति में कुशवाहा समाज काफी सशक्त एवं जागरूक है. पूर्वी चंपारण जिले के कुशवाहा समाज में डॉ राजेश कुमार की अपनी एक अलग पहचान है. एक सफल एवं सुप्रसिद्ध चिकित्सक के रूप में भी डॉ राजेश कुमार ने काफी ख्याति अर्जित की है. पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र के पिपरा और हरसिद्धि विधानसभा क्षेत्र में कुशवाहा मतदाताओं कि संख्या काफी है.
वहीं केसरिया, कल्याणपुर, गोविन्दगंज एवं मोतिहारी विधानसभा क्षेत्रों में भी डॉ राजेश कुमार की अच्छी पकड़ है. इंडिया गठबंधन के आधार वोटर यादव, सहनी, एवं मुस्लिम हैं. चूकि इंडिया गठबंधन ने कुशवाहा समाज से आने वाले डॉ राजेश कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है, इसलिए अब यह समाज भी वीआईपी प्रत्याशी के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा. ऐसे में डॉ राजेश कुमार वर्तमान सांसद व भाजपा प्रत्याशी राधामोहन सिंह को कड़ा टक्कर दे सकते हैं. इंडिया गठबंधन की ओर से डॉ राजेश कुमार को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार राधामोहन सिंह के संसद पहुंचने की राह इस बार आसान नहीं होगी. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).
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