चाईबासा : पुलिस मुखबिरी के आरोप में नक्सलियों ने की युवक की गला रेतकर हत्या, शव के पास मिला नक्सली पर्चा
चाईबासा में पश्चिमी सिंहभूम जिले के अत्यंत नक्सल प्रभावित जेटेया थाना अन्तर्गत घोर नक्सल प्रभावित छेत्र में पड़ने वाले बुरु राईका गांव के दिवरी टोला निवासी स्व गुराय सिरका के पुत्र चुरू सिरका को बीती रात नक्सलियों ने हत्या कर दी. हत्या करने के बाद नक्सली पर्चा छोड़ गये. पर्चा में लिखा था कि चुरु सिरका, भाकपा माओवादी के नाम भंजा कर लेवी वसुलने वाला एसपीओ पुलिस मुखबिरी को मौत की सजा दो, कह कर हत्या की.
इधर, मृतक चुरू सिरका का शव जेटेया पुलिस नें बरामद कर ली है. साथ ही नक्सलियों द्वारा छोड़ा गया पर्चा भी बरामद किया है. ज्ञात हो कि चुरू सिरका वर्षों से नक्सलियों के निशाने पर था. वह गांव से भाग भाग कर अन्यत्र रहा करता था. सूत्रों का कहना है कि नोटबंदी के दौरान नक्सलियों ने चुरू सिरका को लाखों रूपये बदली करने हेतु दिया था. लेकिन, नक्सलियों का सारा पैसा को चुरू ने गबन कर वापस नहीं लौटाया था. इसके अलावे चुरू की एक बहन 25 लाख रूपये का इनामी कुख्यात नक्सली नेता संदीप दा के दस्ते की सदस्या थी. बाद में पुलिस ने उसे पकड़ जेल भेजा था.
चुरू पर यह भी आरोप है कि वह संदीप दा की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाते हुये पुलिस के लिये मुखबिरी किया था. उसकी सूचना के बाद हीं संदीप को जेटेया में एक फुटबौल मैच के दौरान पुलिस ने पकडा़ था. संदीप की गिरफ्तारी से कुछ दिन पूर्व पुलिस ने बुरु राईका गांव के समीप एक पहाडी़ पर शरण लिये संदीप के दस्ता की जानकारी पुलिस को चुरू ने दिया था. इसके बाद पुलिस ने रात में चुरू को उसके घर से अपने साथ लेकर नक्सलियों के ठहरने वाले स्थान की घेराबंदी घर अहले सुबह संदीप व उसके दस्ते के नक्सली पर फायर झोंका था. इस हमले में संदीप बाल-बाल बच निकला था. घटनास्थल से भारी मात्रा में समान व एके-47 का मैगजीन आदि मिला था. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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