कैमूर : महिलाओं पर हो रहे शोषण और अत्याचार के खिलाफ अखिल भारतीय जनवादी महिला समिती की महिलाओं ने किया धरना प्रदर्शन
कैमूर में जिला मुख्यालय भभुआ के लिच्छवी भवन पर गुरुवार को महिलाओं पर हो रहे शोषण और अत्याचार के खिलाफ अखिल भारतीय जनवादी महिला समिती की दर्जनों महिलाओं ने धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया. धरना प्रर्दशन कमिटी के जिलाध्यक्ष फुलवासी देवी के नेतृत्व में किया गया.
कमेटी के सभी वक्ताओं का कहना था कि इस समय महिलाओं को ऐसी सरकार में में समाज उपेक्षित होने के बाद भी समाज में महिलाओं को काफी प्रताड़ित और शोषित किया जा रहा है. आए दिन महिलाओं और बच्चियों के साथ छेड़खानी दहेज के लिए हत्या धड़हल्ले से हो रहा है. केंद्र एवं राज्य की सरकार आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा, ममता, रसोईया आदि जो की महिलाएं हैं, सबसे अधिक उनके श्रमों का शोषण कर रही हैं. केंद्र सरकार की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना एक धोखा बनकर रह गई है. क्योंकि उनके भाषण काल में सबसे अधिक महिलाएं प्रताड़ित हुई हैं. उसके साथ ही उन्होनें कहा कि कैमूर के अधिकारी राज्य सरकार के फैसले को सही ढंग से लागू नहीं कर पा रहे हैं, जिससे कैमूर में झोपड़ी लगाकर बसे हुए गरीबों का घर उजाड़ा जा रहा है. गरीबों को बसेरा अभियान के तहत 5-5 डिसमिल जमीन देना है जो कि सिर्फ खाना पूर्ति साबित हो रहा है.
लाल कार्ड धारियों की सैकड़ो एकड़ जमीन इस जिले में भूधारियों के कब्जे में है. इन्हीं सब कई समस्याओं को लेकर आज हम लोगों ने धरना प्रदर्शन किया है और सरकार से मांग करते हैं कि सभी गरीबों को वास के लिए 10-10 डिसमिल जमीन को भू-धारियों से मुक्त करा कर गरीबों के बीच दिया जाए एवं बेकार बेरोजगार घर के गरीबों को उनके झोपड़ी को उखाड़ने पर रोक लगाया जाए. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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