सीवान : बड़हरिया में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मना
सीवान में बड़हरिया प्रखंड के अंतर्गत विभिन्न गांवो में जश्न-ए-ईद मिलादु उन नबी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. जिसमें बड़हरिया पुरानी बाजार, मुर्गिया टोला, सफी छपरा, परसवा टोला, महबूब छपरा, सुरहीया, हरपुर, तेतहली, माधोपुर सहित अन्य गांवो का नाम शामिल है. इस अवसर पर उक्त सभी गांवो में इस्लाम समुदाय के लोगों ने जुलुस निकाला.
बताते चले कि यह पर्व पर्व ईदे मिलाद व बाराफात के नाम से भी जाना जाता है. इस्लामी मान्यताओ के अनुसार इसी दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्म भी हुआ था और मृत्यु भी. इस लिए यह दिन मुस्लिमो के लिए बहुत खास है. इस पर्व को ईद मिलाद उन नबी इस लिए कहा जाता है कि इस दिन नबी अर्थात अल्लाह के पैगम्बर का जन्म हुआ था. बारा का अर्थ है बारह और वफात यानी इन दोनो ही नामो का संबंध पैगंबर हजरत मोहम्मद से है. इस दिन जुलूस निकालकर मोहम्मद साहब की बातों को याद किया जाता है एवं उन पर अमल करने की अहद करते हैं. इस्लामी मान्यताओं के अनुसार पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्म अरब के मक्का शहर में हुआ था. उनकी माता का नाम अमीना बीबी व पिता का नाम अब्दुल्लाह था. उन्होंने 25 वर्ष के उम्र में एक विधवा स्त्री से विवाह किया जिनका नाम खदीजा था. जब हज़रत मोहम्मद को ज्ञान प्राप्त हुआ तो उन्होंने दुनिया को इस्लाम की पवित्र किताब कुरान की शिक्षाओं का उपदेश दिया. उनके उपदेश था कि मानवता को मानने वाला ही महान होता है.
इस अवसर पर गुरुवार को जुलूस निकल गया. जुलूस के दौरान लोग इस्लामी कौमी एकता का झंडा लेकर चल रहे थे. जुलूस पूरे बड़हरिया बाजार का भ्रमण करते हुए ब्लॉक मैदान पर पहुंचा, जहां पर सामूहिक रूप से दुआ मांगी गई तथा समापन किया गया. जुलूस के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष पति पूर्व मुखिया नसीम अख्तर, नगर पंचायत उपाध्यक्ष पति रहीमुद्दीन खान, एश्तेसामूल हक सिद्दीकी, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि लियाकत अली, दाऊद खान, जकारिया खान, इम्तियाज अहमद खान, महताब खान, लकी बाबू, औरंगजेब खान, वार्ड पार्षद कलीम अंसारी, रफी खान, गुड्डू खान, अब्दुल हसन खान सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद थे. (राकेश रंजन गिरी की रिपोर्ट).
Comments are closed.