बेगूसराय : गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन
बेगूसराय में पोषण माह के उपलक्ष्य में बुधवार को बाल विकास परियोजना मटिहानी के केंद्र संख्या 38 में विशेष गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार वितरण के साथ बेहतर पोषण और प्रसवपूर्व जांच की जानकारी दी गई. कार्यक्रम में पोशक क्षेत्र की लाभार्थियों ने भाग लिया.
इस अवसर पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रीति कुमारी ने कहा कि गर्भावस्था में खान-पान का हमेशा ध्यान रखना चाहिए. प्रतिदिन हरे साग-सब्जी, मूंग का दाल, सतरंगी फल, सूखे मेवे एवं दूध, सप्ताह में दो से तीन बार अंडे, मांस, गर्भवती महिला खाएं. जिन महिलाओं में खून की कमी हो, उन गर्भवती महिलाओं को बच्चे को जन्म देने से पहले 180 आयरन की गोलियां लेनी चाहिए और 180 ही जन्म के बाद भी.
वहीं महिला पर्यवेक्षिका कुमारी दीपा ने बताया कि आगामी 19 सितंबर को 6 माह से अधिक उम्र के बच्चों को खीर खिला कर उनका अन्नप्रासन कराया जायेगा. अन्नप्रासन के साथ ही बच्चों के संपूर्ण देखभाल सम्बन्धी जानकारी क्षेत्र की महिलाओं को दी जाएगी. महिलाओं को बच्चे के पोषण के लिए जरूरी आहार के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. उन्होने बताया कि घर में सूजी, गेहूं का आटा, चावल, रागा और बाजरा के साथ पानी या दूध को मिलाकर दलिया बना कर बच्चों को खिला सकते हैं. आहार में चीनी या गुड़ भी दिया जा सकता है.
टीकाकरण और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान पर विशेष चर्चा
गोदभराई के अवसर पर बच्चों के टीकाकरण की भी जानकारी दी गई. बताया गया कि टीकाकरण बच्चों को गंभीर व घातक बीमारियों के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए दी जाती है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि लोग अपने बच्चों को सभी प्रकार के टीके ससमय जरूर लगवाएं. इसके बाद प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के बारे में बताया गया. इसके तहत प्रत्येक महीने की नौ तारीख को सभी गर्भवतियों की स्त्री रोग विशेषज्ञ जांच करके उचित इलाज करती हैं. जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान करके इलाज किया जाता है. समय पर इन खतरों की पहचान करके बहुत सी जटिलताओं को कम किया जा सकता है. सुरक्षित प्रसव कराने को लेकर गर्भवती महिलाओं का इलाज किया जाता है. इस अवसर सेविका डेजी कुमारी, सहायिका सुमन कुमारी सहित स्थानीय लोग मौजूद थे. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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