बेगूसराय : सचिव ने संभावित बाढ़, अतिवृष्टि, सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं से संबंधित राहत एवं बचाव हेतु की समीक्षा बैठक
बेगूसराय में प्रेम सिंह मीणा, सचिव, समाज कल्याण विभाग, बिहार-सह-प्रभारी सचिव, बेगूसराय जिला ने बुधवार को समाहरणालय परिसर स्थित कारगिल विजय सभा भवन में जिले में संभावित
बाढ़ / अतिवृष्टि / सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं से संबंधित राहत एवं बचाव हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा की.
प्रभारी सचिव ने जिले में संभावित सुखाड / बाढ़ / अतिवृष्टि एवं अन्य आपदाओं से संबंधित राहत एवं बचाव हेतु की जा रही तैयारियों की विस्तारपूर्वक समीक्षा के क्रम में सभी आवश्यक तैयारियों पर संतुष्टि व्यक्त की तथा निर्देशित करते हुए कहा कि आपदा जोखिम को कम करने के लिए सभी संबंधित विभाग निर्धारित एसओपी का शत-प्रतिशत अनुपालन करना सुनिश्चित करें. इसी क्रम में उन्होंने सभी पदाधिकारी को अलर्ट रहते हुये सुखाड़ एवं बाढ़ से संबंधित दिये गये निदेशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया. समीक्षा के क्रम में उन्होनें जिले में वर्षापात की स्थिति,फसल आच्छादन, उर्वरक की उपलब्धता, कृषि फीडर में विद्युत आपूर्ति, फसल सहायता कार्यक्रम से संबंधित आवश्यक तैयारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल कार्यपालक अभियंता लघु जल संसाधन विभाग को सरकार के निदेशो का समुचित अनुपालन करते हुये सुखाड़ / अतिवृष्टि की स्थिति में किसानों को आवश्यक राहत पहुंचाने हेतु कार्य करने का निदेश दिया.
इसके पूर्व जिला पदाधिकारी ने पावर प्वाईन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से जिले में सुखाड़ / बाढ़ / अतिवृष्टि के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा की गयी तैयारियों से संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी दी. इस क्रम में उन्होंने बताया कि जिले में यद्यपि वर्षापात कम हुयी है, लेकिन फसल आच्छादन प्रर्याप्ता होने से सुखाड़ जैसी स्थिति वर्तमान में नहीं है. हालांकि ऐसी किसी भी संभावित परिस्थितियों से निपटने हेतु राज्य सरकार से प्राप्त निदेश के आलोक में जिले के किसानों को डीजल अनुदान एवं कृषि फीडर को समुचित विद्युत आपूर्ति करते हुये सिचाई की सुविधा उपल्बध करायी जा रही है. उन्होंने जिले में नलकूप, चापाकल आदि के संबंध में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा की गयी कार्रवाई के संबंध में जानकारी दी तथा इसी क्रम में उन्होंने बताया कि जिले में उर्वरक की उपलब्धता की स्थिति अच्छी है तथा किसानो को निर्धारित मूल्य पर उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कृषि विभाग से जिला प्रशासन के पदाधिकारियों द्वारा खाद्य दुकानों की लगातार निगरानी की जा रही है. इस क्रम में कुछ गड़बड़ी करने वाले खाद्य विक्रताओं के विरूद्ध कार्रवाई भी की गयी है. जिला पदाधिकारी ने जिले में बाढ़ की स्थितियों के संबंध में जानकारी देते हुये कहा कि जिले में प्रवाहित होने वाली नदियों विशेष तौर पे गंगा एवं गंडक के जल-स्तर में पिछले दो-तीन दिनों से गिरावट दर्ज की गयी है तथा फिलहाल यहां बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है. हालांकि जिला प्रशासन बाढ़ प्रबंधन हेतु निर्धारित एसओपी के अनुरूप जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गयी है तथा नदियों के जल-स्तर की लगातार निगरानी की जा रही है.
बैठक के उपरांत प्रभारी सचिव द्वारा तेघड़ा प्रखंड अंतर्गत आधारपुर में फ्लड फाईटिंग से संबंधित कार्यों का जायजा लिया तथा बाढ़ प्रबंधन एवं स्थानीय प्रशासन से जुड़े हुये सभी पदाधिकारियों को एलर्ट रहते हुये राहत एवं बचाव के कार्यों को पूरी गंभीरता से करने का निदेश दिया. इसके उपरांत उन्होंने जयंतीग्राम, बिसैआ एवं गाछी टोला दुलारपुर में सरकार की विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं का निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होनें स्थानीय नागरिकों से सरकारद्वारा संचालित विभिन्न योजनओं यथा- हर घर नल-जल, आवास योजना, मध्यान भोजन योजना, स्कूल आदि की स्थिति,राशन संबंधी मामलें, स्वच्छ भारत अभियान आदि के संबंध में फीड बैक प्राप्त किया एवं संबंधित स्थानीय पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निदेश दिया.
इस अवसर पर जिला पदाधिकारी रोशन कुशवाहा, उप विकास आयुक्त सुशांत कुमार, सिविल सर्जन श्री प्रमोद कुमार सिंह,प्रभारी पदाधिकारी आपदा शाखा अनीश कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस) सुगंधा शर्मा सहित सभी संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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