कैमूर : धान की सिंचाई के लिए पानी और बिजली को लेकर किसान बेचैन, डीएम को आवेदन देकर लगाई गुहार
कैमूर के किसान धान की सिचाई को लेकर पानी के लिये बैचैन नजर आ रहे हैं और पानी के लिए अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं, ताकि धान की खेती ससमय पर रोपनी हो सके.
बता दें कि कैमूर में बारिस नहीं होने के कारण अभी तक धान की रोपनी नहीं हो सका है. रोपनी तो दूर अब किसानों को धान के बिचड़ा को भी बचाना मुश्किल होते जा रहा है, क्योंकि ना तो आसमान बरस रहा है और ना ही नहर-नदी में पानी आ रहा है, जिसके कारण किसान बेचैन नजर आ रहे हैं.
शनिवार को जिला के समरा गांव और मारिचाव गांव के दर्जनों किसान शहर में मार्च निकाल कर गांव की नहर में पानी छोड़ने और बिजली देने को लेकर डीएम नवदीप शुक्ला को आवेदन देकर गुहार लगाई. समरा गांव के किसानों ने बताया कि गांव में सिचाई विभाग द्वारा नहर में पानी और बिजली विभाग द्वारा बिजली ससमय उपलब्ध नहीं कराने के कारण हम किसानों को कृषि कार्य को करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और जो धान किसानों के द्वारा लगाया गया है वह भी पानी नही मिलने के कारण झुलसने लगा है. जिसके कारण किसान मानसिक और आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इसलिए आज हम लोग जिलाधिकारी को आवेदन देकर ससमय गांव में बिजली और सिचाई के लिये पानी की व्यवस्था करने की मांग किए हैं. वहीं मरिचाव गांव के किसान वीर प्रताप सिंह ने बताया कि गांव में सिचाई के लिए पानी को लेकर सिचाई विभाग के अधिकारी से मिले है, गुहार लगाये हैं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इधर हमारे धान के बिचड़ा के साथ साथ रोपनी किया हुआ, धान का फसल भी झुलसने लगा है. इसलिए हम लोग डीएम साहब को आवेदन देकर धान की सिंचाई के लिए पानी देने की गुहार लगाये हैं. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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