बेगूसराय : बख़री में वाराणसी के तर्ज पर हो रही मां दुर्गा के महाआरती, जुट रही हजारो की भीड़
बेगूसराय में बख़री के शक्तिपीठ मां दुर्गा मंदिर परिसर में बनारस गंगा आरती की तर्ज पर मां दुर्गा की महाआरती की जा रही है, जिसमें हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं.
दरअसल, बेगूसराय जिले के बखरी पुरानी दुर्गा मंदिर में पूजा कमेटी के द्वारा इस वर्ष गंगा आरती के तर्ज पर मां दुर्गा की आरती कराई जा रही है. पूजा कमेटी के लोगों ने बनारस से पांच पंडितों को बुलाकर इस महाआरती को पूरे नवरात्रा में करवाने का निर्णय लिया, जिसके तहत यह महाआरती की जा रही है. इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में जुट रहे हैं, जहां भव्य दुर्गा मां की आरती गंगा आरती की तर्ज पर की जा रही है.
बताया जाता है कि पुरानी दुर्गा मंदिर तंत्र मंत्र विद्या के लिए प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है, इसलिए बिहार ही नहीं बिहार से बाहर के भी लोग भी यहां मन्नतें मांगने आते हैं. अभी तक इस तरह की आरती बड़े शहरों या गंगा आरती में देखने को मिलती थी लेकिन, मां दुर्गा की पूजा में इस तरह की आरती क्षेत्र में आस्था का केंद्र बन गया है. जहां आसपास के हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. हालांकि कोरोना महामारी को लेकर सरकार के द्वारा इस बार मेला नहीं लगाने का आदेश दिया गया है, लेकिन आस्था कोरोना पर भारी पड़ रही है और हजारों की भीड़ इस महाआरती में शामिल हो रही है.
दुर्गा मंदिर में नवरात्र के पहले दिन से दुर्गा महाआरती की शुरुआत की गई है. वाराणसी के अस्सी घाट से आए आचार्यों द्वारा यहां मां दुर्गा की भव्य आरती की गई. मां दुर्गा के पूजा अर्चना के बाद इसकी शुरुआत की गई. वाराणसी के गंगोत्री सेवा संस्थान के आचार्यो द्वारा यह आरती की गई. मां दुर्गा की आरती देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हुई. गंगोत्री सेवा संस्थान वाराणसी के आचार्य तरुण तिवारी ने बताया कि हिंदू धर्म में आरती का बहुत बड़ा महत्व है. इसका धार्मिक दृष्टिकोण के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है. उन्होंने बताया कि धूपम की खुशबू से वातावरण शुद्ध होता है। घी की बत्ती जलने से आदमी के मन की शांति मिलती है. लोग बुद्धि के प्रकाश के लिए घी का बत्ती जलाते हैं. इस दौरान जय अंबे गौरी, शिव तांडव, मंत्रालाचरण, गंगा स्तुति, भजन के साथ-साथ कई तरह की प्रस्तुति की गई.
कार्यक्रम में आशुतोष पांडेय, रौशन, अनुराग चौबे, नितेश पांडेय, शुवांशु पांडेय आदि सक्रिय थे. पुराना दुर्गा मंदिर शक्तिपीठ के अध्यक्ष रत्नेश्वर प्रसाद सिंह व सचिव तारानंद सिंह ने बताया कि यहां दुर्गा महाआरती की शुरुआत पहली बार की गई है, जो पूरे नवरात्र भर चलेगी. नवमी के दिन इसका समापन किया जाएगा. संध्या 6:30 बजे से लेकर 8:00 बजे तक आरती का समय निर्धारित किया गया है. उन्होंने बताया कि वैदिक विधि-विधान से पूजा अर्चना के साथ-साथ आरती की व्यवस्था की गई है. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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