सीतामढ़ी : पत्रकार से दुर्व्यवहार करना डॉक्टर को पड़ा महंगा, भेजा गया जेल
सीतामढ़ी के लीची बागान स्थित निजी क्लीनिक चला रहे एक मनोचिकित्सक अपनी पत्नी के तलाश में इतने विक्षीपत हो गए की गुंडागर्दी करने लगे. जब उनकी पत्नी शहर के ही एक होटल के कमरों में पाई गई. तब वह इतने बेसुध हो गए की मौके पर समाचार संकलन करने पहुंचे तस्वीर लेने वाले पत्रकार पर ही अपना गुस्सा निकालना शुरू कर दिया. मामला ने तब तूल पकड़ा जब उन्होंने धारदार हथियार के साथ प्रेस क्लब के सचिव पर ही वार करने की कोशिश की. मौके पर उपस्थित पत्रकारों ने किसी तरह सचिव को बाहर निकाला उसके पश्चात तुरंत सीतामढ़ी के एसडीपीओ रमाकांत उपाध्याय पहुंच कर किसी तरह पत्रकारों को समझा-बुझाकर शांत किया.
आक्रोशित पत्रकार लगातार न्याय का मांग करते रहे, उसके पश्चात प्रेस क्लब के सचिव आदित्यानंद आर्य ने एफआईआर दर्ज कराया. पत्रकारों ने कहा कि डॉक्टर दीपक अपने रसूख एवं पैसा के बल पर प्रशासन को दबाव बनाकर केस रफा-दफा करने के प्रयास में थे, परंतु उनकी एक न चली. इस मामले पर एसपी ने कड़ा रुख अपनाया है.
बताया जा रहा है कि मामला चल ही रहा था उसी बीच डॉ दीपक के लोगो ने घटनास्थल पर मौजूद महिला थाना के दारोगा और सिपाहियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया. जिले के सभी पत्रकारों ने इस घटना का विरोध एक सुर में किया तब जाकर जिले के एसपी ने आनन-फानन में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया. तब जाकर केस में कार्रवाई हुई. पूरे दिन कुछ पदाधिकारी किसी तरह मामला रफा-दफा करने के चक्कर में लगे रहे परंतु पत्रकार संघ के सभी लोग मामले में अड़े रहे. तब जाकर डॉक्टर दीपक की कोर्ट में पेशी हुई एवं कोरोना जाच कराने के पश्चात सीजीएम के द्वारा उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
सीतामढ़ी के एसपी हर किशोर राय ने बताया कि पति-पत्नी में आपस में विवाद हुआ था. उसके बाद महिला डॉ निराला कुमारी सिंह अपने घर छोड़ बाहर निकल गई थी और सीतामढ़ी के अमन बिहार होटल में रह रही थी. (किशन कुमार ठाकुर की रिपोर्ट).
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