छपरा : यक्ष्मा दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने 37 ट्रू-नेट मशीन का किया लोकापर्ण
छपरा में बुधवार को यक्ष्मा दिवस मनाया गया. जिसका उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सहित राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार एवं अपर कार्यपालक निदेशक अनिमेष पराशर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया. वहीं इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के लिए 37 ट्रू-नेट मशीन का लोकार्पण और निक्षय पोषण योजना के सुदृढ़ीकरण के लिए आईवीआरएस के पायलट की शुरुआत की. वहीं राज्य के टीबीफैक्ट शीट का भी विमोचन किया गया.
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि टीबी वर्तमान में सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताओं में से एक है. भारत में टीबी के मामले विश्व में सबसे अधिक है. पूरे विश्व की तुलना में भारत में 27% टीबी के मरीज हैं. वहीं टीबी के कारण देश में प्रत्येक साल चार लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है. इस दिशा में मजबूत इच्छाशक्ति और संकल्प दिखाते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने भारत को वर्ष 2025 तक टीबी से मुक्त करने के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर की है, जिसे वैश्विक लक्ष्य से पांच साल पहले ही राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत प्राप्त करने का लक्ष्य है.
उन्होंने बताया इसको लेकर बिहार में भी कई प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि टीबी रोगियों की प्रभावी पहचान के लिए राज्य भर में 70 सीवी-नेट मशीन हैं एवं अब 37 ट्रू-नेट मशीन भी राज्य को उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मेडिकल कॉलेज तक टीबी रोगियों की जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध है. साथ ही टीबी अस्पतालों में मानव संसाधन की कमी हो पूरा करने के लिए सभी एसटीएस एवं एसटीएलएस के खाली पदों पर नई नियुक्ति जल्द ही पूरी कर ली जाएगी. उन्होंने कहा कि टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन को बढ़ाने के लिए किसी आम व्यक्ति, निजी अस्पतालों एवं प्रैक्टिसनर को टीबी रोगियों की जानकारी देने पर 500 रूपये एवं उनके दवाओं के कोर्स खत्म होने पर पुनः 500 रूपये की प्रोत्साहन राशी भी दी जा रही है. साथ ही एमडीआर-टीबी के नोटिफिकेशन में 1500 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. वहीं टीबी रोगियों के उनके ईलाज के दौरान उनके बेहतर पोषण के लिए प्रति माह 500 रूपये की धनराशि भी दी जा रही है.
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चयनित सूचकांकों पर उत्कृस्ट उपलब्धि हासिल करने वाले प्रथम तीन पदाधिकारियों, कर्मियों, रोग मुक्त टीबी चैंपियन एवं यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम में बेहतर योगदान देने के लिए प्राइवेट प्रैक्टिसनर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. वहीं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के राज्य कार्यक्रम प्रबधंक रणविजय कुमार को मीडिया के माध्यम से टीबी जनांदोलन अभियान में सर्वाधिक सकारात्मक मीडिया कवरेज सुनिश्चित कराने में सहयोग करने के लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. वहीं टीबी एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशिद्ध समाज सेवी उपेन्द्र विद्यार्थी, केयर इन्डिया के चीफ ऑफ़ पार्टी सुनील बाबू, केयर इण्डिया के स्ट्रेटेजिक प्रोग्राम मैनेजर संजय सुमन, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ सुब्रम्न्या बीपी, डॉ उमेश त्रिपाठी, क्लिंटन चाइल्ड हेल्थ इनिशिएटिव की डॉ प्रणति, डॉ युवराज सिंह सहित अन्य डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि शामिल हुए. (सेंट्रल डेस्क).
Comments are closed.