नालंदा : जदयू के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिद्दिकी ने की बिहार बजट की सराहना
नालंदा जिला जदयू के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिद्दिकी ने बिहार बजट पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि सक्षम बिहार-स्वावलंबी बिहार की परिकल्पना को पूरा करता हुआ यह एक संतुलित बजट है. प्रत्येक वर्ग के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए बजट का निर्धारण किया गया है.
उन्होंने कहा कि 13 करोड़ आबादी वाले बिहार के भाई-बहनों, किसान-मजदूर, छात्र-नौजवानों, युवक-युवतियों और वृद्धजनों को ध्यान में रख कर बनाया गया बजट देश के लिये नजीर है. जिस बिहार को 2005 तक सिर्फ 23 हजार करोड़ पर रख कर बिहारी स्मिता को बर्बाद और बदनाम किया जा रहा था, बिहार को बीमारू राज्य की संज्ञा दी जाने लगा था, तब यशस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मात्र 15 साल में 2,18,303 करोड़ तक पहुंचा कर यह साबित कर दिया कि नीति और नियत ठीक हो तो बिहार को बीमारू राज्य से एक विकसित राज्य बनाया जा सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने हमेशा युवाओं को आगे रखकर योजनाएं तैयार की हैं. नौजवानों के नौकरी के लिए सरकार ने 20 लाख से ज्यादा रोजगार सृजित करने की भी योजना बनाई है. सात निश्चय पार्ट दो वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में सामने आया है. युवाओं के लिए शिक्षा व रोजगार के अवसर को पैदा करना इस बजट का मुख्य लक्ष्य दिखता है. सत्ता संभालने के बाद लगातार बिहार की विकास दर को दो डिजिट में बनाए रखना एक मिशन मोड में काम करने वाले नेता से ही संभव है.
एक बार फिर नीतीश कुमार के निर्णयों की छाप आम बजट में दिखी है. नीतीश कुमार एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जब भी जो उन्होंने कहा है, वह पूरा किया है. हमेशा मूल्यों की राजनीति की है और अपना जनता से किया हर एक वादा निभाया है. आगे उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि विगत विधानसभा चुनाव में सात निश्चय पार्ट 2 की योजना लागू करने का वादा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों से किया था और अब बजट में इसे शामिल कर अपने वादे को पूरा किया है. सात निश्चय-1 की सफलता के बाद अब सात निश्चय 2 के लिए 4671 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है. सात निश्चय पार्ट 2 की परिकल्पना बिहार को विकास की डगर आत्मनिर्भर बनाने में कामयाब होगी. सरकार ने युवाओं, महिलाओं, उद्यमियों पर विशेष फोकस रखा है, जो राज्य की सबसे बड़ी आबादी है.
बजट में उन युवाओं के रोजगार पर विशेष ध्यान दिया गया है. इसमें नए उद्योग लगाने वाले युवाओं को पांच लाख रुपए तक का अनुदान देने और महज एक प्रतिशत की ब्याज दर पर पांच लाख रुपए का ऋण देने की घोषणा की गई है. प्रत्येक प्रमंडल में टूल रूम और ट्रेनिंग सेंटर स्थापित होंगे. इसमें आईटीआई एवं पॉलिटेक्निक से प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को अत्याधुनिक मशीनों पर नई तकनीक की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके साथ-साथ 10वीं व 12वीं पास युवकों के लिए भी इनमें दीर्घकालीन प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी. अगले पांच वर्षों में 20 लाख रोजगार सृजन का संकल्प इससे अवश्य पूरा होगा. उच्चतर शिक्षा के लिए महिलाओं को प्रोत्साहन की व्यवस्था के तहत इंटर उत्तीर्ण होने पर अविवाहित महिलाओं को 25 हजार रुपए और स्नातक उत्तीर्ण होने पर महिलाओं को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. महिला सशक्तिकरण को और सशक्त बनाते हुए महिला उद्यमिता पर भी ध्यान दिया गया यह बहुत ही बढ़िया कदम है. सरकार के इस बजट के बाद बिहार में महिलाएं आत्मनिर्भर होगी, रोजगार कर पाएंगी.
आगे उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की सराहना कर बधाई देते हुए कहा कि 2021 का बजट बिहार के आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा. हम नालंदा वासियों के लिए गौरव का क्षण है की बजट में राजगीर में खेल विश्वविद्यालय खोलने का प्रावधान किया गया है. बजट 2020-21 से बिहार के विकास को गति मिलेगी व माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार और आगे बढेगा. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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