सीतामढ़ी : कुव्यवस्था और प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार होकर बदहाल हुआ सीताकुंज नगर उद्यान
सीतामढ़ी में नगरवासियों को समर्पित एकलौता यह उद्यान सिताकुंज कुव्यवस्था और प्रशासनिक उपेक्षा के कारण बदहाली के दौर से गुजर रहा है.
बता दें कि जगत जननी मां जानकी के नाम से सीता कुंज नगर उद्यान सीतामढ़ी अपनी कुव्यवस्था पर आंसू बहा रहा है. कभी इस उद्यान की रौनक बच्चे, बुजुर्ग और युवाओं को अपने ओर आकर्षित करती थी लेकिन आज खुद की बदहाली पर उदास है. हालात यह है कि इस उद्यान का सुध लेने वाला कोई नहीं है. बच्चे, महिलाओ और बुजुर्ग को सुबह शाम सुकून देने वाला यह उद्यान अब बिखरा-बिखरा सा लगता है. पहले की तरह न तो बच्चे खेल खुद के साथ झूला झूलने आते है न ही युवाओं और बुजुर्गों के व्यायाम का केंद्र रहा. सीता कुंज नगर उद्यान में कुव्यवस्था इस तरह अपना पांव पसारा हुआ है कहीं चहारदीवारी टूटी है तो कहीं बैठने वाली जगह बदहाल है.
जगत जननी मां जानकी जी की जन्मभूमि हमेशा से ही अपने विकास की राह जोह रही है नेताओ और अधिकारियों के उदासीनता का सब्र कब ख़तम होगा यह अपने आप एक सवाल है. बिहार राज्य का 13 वां नगर निगम सीतामढ़ी बनने से शहरवासियों में विकास की एक उम्मीद जगी है. (किशन कुमार ठाकुर की रिपोर्ट).
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