बेगूसराय : नौकरी छोड़ ब्रजेश ने पशुपालन कर गढ़ी सफलता की नई कहानी, पीएम नरेंद्र मोदी ने की तारीफ
बेगूसराय के लोगों ने हमेशा देश को एक नई दिशा दी है. आज जब लोक के खेती-किसानी से दूर भाग रहे हैं तो बेगूसराय के एक युवा ने डिप्लोमा और टेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने के बाद वेबडेवलपिंग शुरू की. इसी दौरान उसमें खेती किसानी का ऐसा जोश जगा कि नौकरी छोड़ दी और अब पशुपालन के साथ-साथ प्रगतिशील खेती कर रहे हैं. गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेगूसराय युवा पशुपालक किसान ब्रजेश के कार्यों की सराहना की.
बता दें कि पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन विभाग के बिहार से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम ने बरौनी डेयरी में उपस्थित बेगूसराय जिला के गढ़पुरा थाना क्षेत्र के कोरैय निवासी ब्रजेश कुमार से बात की और उन्होंने टिप्स भी दिए.
आदर्श दुग्ध उत्पादक सहयोग समिति के अध्यक्ष और पांच हजार से अधिक पशुपालकों को प्रशिक्षित कर चुके ब्रजेश ने प्रधानमंत्री को बताया कि 2017 के जुलाई में जब नौकरी छोड़ कर पशुपालन करने गांव आया तो यहां गांव-समाज का विरोध झेलना पड़ा. लेकिन, अपने निश्चय पर अडिग रहा और आज गर्व है कि मैं वह ऋषि पुत्र कृषक हूं जिसके उपजाए अनाज से हमारे सनातन धर्म में ठाकुर जी को भी भोग लगता है. ब्रजेश ने बताया कि वह नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड का माइक्रो ट्रेनिंग सेंटर चला रहे हैं, कृषि एवं पशुपालन की मानव जीवन में भूमिका के संबंध में जागरूक कर रहे हैं.
ब्रजेश की विभिन्न बातों को सुनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आपके शब्द से मुझे भी प्रेरणा मिली है. गर्व है कि ब्रजेश जी जैसे आत्मविश्वास से भरे नौजवान, टेक्नोलॉजी और विजन वाले नौजवान अपने ज्ञान का और क्षेत्रों में कैसे उपयोग हो इसका कमिटमेंट कर रहे हैं जिसने मुझे भी इंप्रेस कर दिया कि गांव में ही रहकर ऐसा काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने ब्रजेश को सुझाव दिया कि आप बच्चों को मोटिवेट कर रहे हैं, टेक्नोलॉजी से जुड़े हैं, एक ऐप बनाएं. इसमें सप्ताह में दो दिन 10-12 मिनट का वीडियो डालकर पशुपालन और किसानों के विकास में टेक्नोलॉजी का विषय ऑनलाइन बताएं. इसकी बहुत बड़ी पहुँच हो जाएगी, छोटे-छोटे और धरती से जुड़े विषय को पढ़ने के लिए लोग इंतजार करेंगे. आपके पास धरती से जुड़ा ज्ञान और टेक्नोलॉजी दोनों हैं. इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं. कोरोना काल के बाद समय निकालकर अपने इलाके के किसानों के साथ गुजरात में आएं. वहां अमूल का काम कैसा चल रहा है, डेयरी कैसा चल रहा है, इसे एक सप्ताह रहकर देखें. इसकी व्यवस्था गिरिराज सिंह करेंगे, हम भी इस पर ध्यान रखेंगे.
भारत सरकार की गोवर्धन योजना गौशाला के कचड़ों का भी कीमत दिलाती है. इस योजना का फायदा अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं. दृढ़ निश्चय से उठाया गया आपका कदम और गांव की धरती की बात और अनुभव सुनना गर्व देता है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है, आपके जैसे नौजवान का जुड़ना बहुत बड़ी बात है. किसानों के लिए जंजीर बन चुके कई कानून बदले गए हैं. किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं, आप जैसे युवा किसान का आधुनिक कृषि से जोड़ने वाला प्रयास प्रेरणादायी है. यह अधिक से अधिक किसानों को एक नया रास्ता दिखायेगा. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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