छपरा : अब व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लाभार्थियों को दिया जाएगा पोषण का संदेश
छपरा जिले में सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है. पोषण माह अभियान के दौरान तमाम गतिविधियों का आयोजन जिला व समुदाय स्तर पर किया जा रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना संकट को देखते हुए पोषण अभियान के संदेशों को जन जन तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है. अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण कर पोषण के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा.
बता दें कि आंगनबाड़ी सेविका द्वारा वर्तमान सर्वेक्षण के आधार मानते हुए अपने पोषक क्षेत्र के सभी श्रेणियों के लाभार्थियों यथा किशोरी, गर्भवती, धात्री माता, छः माह से छः वर्ष तक के बच्चे के अभिभावकों को सम्मिलित करते हुए एक व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण किया जाएगा. इस समूह में सेविका द्वारा अपने क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका को भी जोड़ा जाएगा. इस व्हाट्सएप ग्रुप पर महिला पर्यवेक्षिका एवं सेविका द्वारा भ्रमण के दौरान बताए गए संदेशों को याद रखने में मदद करने के लिए परिवारों को संबंधित वीडियो भेजा जाएगा. इसके साथ ही सेविका व महिला पर्यवेक्षिकाओ द्वारा अभिभावकों व परिवारों को प्रेरित किया जाएगा कि पोषण के संदेशों को अपने परिचितों और रिश्तेदारों के साथ भी शेयर करें.
वहीं लाभार्थियों को प्रेरित किया जाएगा कि स्वास्थ्य पोषण एवं बच्चों की देखभाल से संबंधित किसी प्रकार की दुविधा होने पर अपने प्रश्न भी इस समूह में लिख कर पूछ सकते हैं. सेविका व महिला सुपरवाइजर के द्वारा उनके सवालों का जवाब दिया जाएगा। पोषण से संबंधित वीडियो पोषण अभियान बिहार के यूट्यूब चैनल से डाउनलोड किया जा सकता है. ईसीसीई गतिविधियों का वीडियो भी ईसीसीई बिहार यूट्यूब चैनल से डाउनलोड किया जा सकता है जिससे जन जन तक पोषण के संदेशों को पहुंचाया जा सके. इसको लेकर आईसीडीएस विभाग के द्वारा सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है.
पोषण अभियान को जन आंदोलन में बदलने में मिलेगी सफलता :
आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय ने बताया कि डिजिटल इंडिया के युग में आज हर किसी के हाथ में एक एंड्रॉयड फोन है और हर कोई व्हाट्सएप का प्रयोग कर रहा है. ऐसे में विभाग का यह प्रयास पोषण अभियान को जन आंदोलन के रूप में बदलने में काफी कारगर सिद्ध होगा. व्हाट्सएप पर भेजे जाने वाले पोषण से संबंधित संदेशों को वह किसी भी समय अपने मोबाइल में देख व सुन सकते हैं और इसके साथ ही इस संदेश को अपने परिवार के अन्य सदस्य व रिश्तेदारों के बीच शेयर करेंगे. ऐसे में पोषण का संदेश जन-जन तक पहुंचेगा और इसे जन आंदोलन के रूप में बदला जा सकेगा.
गृह भ्रमण कर दी जाएगी पोषण से संबंधित जानकारी :
ऐसे परिवार जिनके पास व्हाट्सएप की सुविधा उपलब्ध नहीं है उनको भी पोषण के संदेश से अवगत कराया जाएगा. इसके लिए सेविका दैनिक गृह भ्रमण कर पोषण के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाएंगी. गृह भ्रमण के दौरान लक्षित लाभार्थी का पूर्व से नियोजित दिन में लाभार्थी के परिवार के सदस्यों के सहयोग से गोद भराई गतिविधि का आयोजन किया जाएगा. लक्षित लाभार्थी उसके परिवार के सदस्यों को गतिविधि के लिए पहले से सूचना दिया जाएगा. गतिविधि की तैयारी करने में आवश्यक सहयोग सेविका के द्वारा किया जाएगा. गोद भराई दिवस आयोजन संबंधित दिशा निर्देश के अनुसार दिए जाने वाले भेंट के अतिरिक्त स्वच्छता किट दिया जाएगा जैसे- मास्क, साबुन, हैंडवाश, सैनिटाइजर, तौलिया, दस्ताना आदि देने का प्रावधान किया गया है.
पुरुषों की सहभागिता की जाएगी सुनिश्चित :
पोषण अभियान को जन आंदोलन के रूप देने में पुरुष महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. इसके लिए इस अभियान में पुरुषों की सहभागिता भी सुनिश्चित कराई जाएगी. सेविका द्वारा आयोजित की जाने वाली गतिविधियों में परिवार के पुरुष सदस्य को भी आमंत्रित किया जाएगा. गतिविधि आयोजित करने के लिए परिवार में उस स्थान का चयन किया जाएगा जहां अधिकतम पांच से छः लोगों को समायोजित करने की व्यवस्था हो, जिससे शारीरिक दूरी का पालन किया जा सके. गतिविधियों में शामिल होने वाले सभी लाभार्थियों व उनके परिवार के सदस्य, सेविका, सहायिका, आशा को चेहरे पर मास्क अवश्य रूप से पहनना होगा. कार्यक्रम में आने से पहले साबुन पानी से हाथ धुलवाया जाएगा. आयोजित विशेष दिवस अन्नप्राशन गोद भराई एवं कोविड-19 के संदर्भ में पिता सास और मां को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा. माता पिता और परिवार के सदस्यों से उन्हें बताई गई सलाह को दोहराने के लिए कहा जाएगा.
इन बिंदुओं पर दिया जाएगा परामर्श :
•0 से छः माह के बच्चों की माताओं को सिर्फ स्तनपान कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
• मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में सभी कन्या शिशु का पंजीकरण कराने की जानकारी.
• प्रत्येक बच्चों का वजन रिकॉर्ड संधारण एवं उपायुक्त परामर्श.
• गंभीर दुबलापन के प्रबंधन पर परामर्श एवं आवश्यक रेफरल.
• व्यक्तिगत स्वच्छता, हाथों की सफाई, खानपान, आहार विविधता, विभिन्न खाद्य समूह परामर्श. (सेंट्रल डेस्क).
Comments are closed.