कैमूर : भभुआ नप के कार्यालय और सफाई कर्मी वेतन के अभाव में भुखमरी के कगार पर और संविदा पर बहाल जेई डेढ़ साल में बन गया करोड़पति
कैमूर से बड़ी खबर है, जहां भभुआ नगर परिषद में संविदा पर बहाल एक जुनियर इंजीनियर राहुल सिंह के डेढ़ सालों में 22 करोड़ रुपये के मालिक बनने का खुलासा हुआ है.
बता दें नप जेई के अभी महज दो खाते में लेने देन की जांच से 22 करोड़ रुपये की सरकारी राशि के हड़पने की बात सामने आई है वहीं अभी कई अन्य खाते के भी मिलने के आसार जताए जा रहें हैं. भभुआ नगर परिषद के पूर्व सभापती बजरंग बहादुर सिंह उर्फ मलाई सिंह ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी और जेई पर करोड़ो रपयो की राशी में हेरा फेरी किये जाने का आरोप लगाया है. बजरंगी बहादुर सिंह की माने तो सैकड़ो योजनाओं में बिना कार्य के राशी निकाले जाने का साक्ष्य उनके पास मौजूद है जिसकी बाबत उन्होंने कैमूर डीएम, सीएम, नगर विकास पटना प्रधान सचिव, मंत्री, ईडी दिल्ली और निगरानी विभाग को पत्र भेजा है.
गौरतलब है कि जून 20 से कार्यपालक पदाधिकारी के हाजीपुर तबादला के बाद आज तक वित्तीय प्रभार नहीं लेने के कारण भभुआ नगर परिषद के कार्यालय कर्मी को छः माह और सफाईकर्मीयों का तीन माह से वेतन नही मिला है. जिससे कोरोना काल में उनका परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि सारे मामले की उनके द्वारा गठित टीम जांच कर रही है. डीएम ने जांच के बाद कार्रवाई किये जाने की बाते कही. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
Comments are closed.