सहरसा : सात नए कोरोना मरीजों की हुई पहचान, जिले में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या बढ़कर हुई 10
सहरसा में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) ने अब धीरे-धीरे जिला को अपने शिकंजे में लेना शुरू कर दिया है. शनिवार की रात आई रिपोर्ट में सहरसा में कोरोना वायरस से संक्रमित सात नए मरीज पाए गए हैं. इसके साथ ही यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 10 हो गयी है. जिसमें से सभी महाराष्ट्र के नंदुबार जिले से आये इस्लामिक मदरसा का है. सभी को कोरन्टीन केंद्र में रखा गया है और वहां उसका इलाज चल रहा है.
बता दें कि नए संक्रमित पाये गये सभी मरीज दूसरे प्रदेशों से आए हैं. संक्रमित पाए जाने के बाद जिला भर में हड़कंप मच गया है. कई नए इलाके जोखिम भरे क्षेत्र में आ गए हैं. जांच रिपोर्ट मिलते ही प्रशासनिक और स्वास्थ्य महकमा में हलचल तेज हो गया है. जोखिम भरे क्षेत्रों में सघन सैनिटाइजेशन और सील बंद करने की तैयारी शुरू हो रही है.
इस बावत जिलाधिकारी कौशल कुमार ने रविवार को प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि पूर्व में जो तीन संक्रमित मरीज पाए गए उसके अलावे सात और नए मामले सामने आये हैं, जिले में कुल 10 केश सामने आया है. ये सभी लोग महाराष्ट्र के नंदुबार जिले से आये इस्लामिक मदरसा के हैं जो श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन से आये थे. उन्ही में से इनलोगों का सैम्पल लिया गया था. जांच में पॉजिटिव पाये बच्चों में से पांच जहां सहरसा बस्ती के हैं वहीं एक सहमौरा गांव सोनबरसा राज तो एक मदनपुर सिमरी बख्तियारपुर का है. डीएम ने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में जो भी एहतियातन कार्यवाई करना है वो किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि सभी बच्चों को एक बार फिर बुलाकर सबका सैम्पल लिया जायेगा. साथ ही सभी के पारिवारिक सदस्यों का भी सैम्पल एक दो दिन में ले लिया जाएगा. एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से कुल 180 बच्चे आये थे जिसमें से 40 बच्चों रेंडम सैम्पल लिया गया था, जिसमे से 21 बच्चों का निगेटिव आया 7 का पॉजिटिव रिपोर्ट आया है. शेष 12 का रिपोर्ट अभी पेंडिंग है. पहले जो तीन बच्चों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था उन्हें तो ट्रेन से ही लाया गया था. अब कुल पॉजिटिव बच्चों की संख्यां 10 है. उन्होंने कहा कि जिले से 636 कुल सैम्पल लिया गया था. जिसमे से 500 नेगेटिव 10 पॉजिटिव व 126 सैम्पल का रिपोर्ट पेंडिंग है.
गौरतलब है कि सहरसा में सबसे पहले 6 मई को ही महाराष्ट्र से जो ट्रेन आयी थी, उसमे से कुल 8 छात्रों को संदिग्ध रूप में सदर अस्पताल लाया गया था. जिसमे से सबसे पहले तीन को कोरोना संक्रमित पाया गया था. सही मायने में देखा जाय तो जिस तरह से सहरसा में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है, उसने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है. (राजा कुमार की रिपोर्ट).
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