पाकुड़ : बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना प्लांट में कई राउंड चली गोलियां
मक़सूद आलम
https://youtu.be/6Uos2d5ZIfY
पाकुड़ के अमड़ापाडा थाना क्षेत्र के बरमसिया गाँव में करोड़ों रुपये से बन रहे बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना में बीते दिनों प्लांट के चहारदीवारी के पीछे कई राउंड गोली चलने की सनसनीखेज मामला सामने आया है. इसे लेकर तहल कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण कुमार सिंह ने सुरक्षा की गुहार लगाते हुए अमड़ापाडा थाना में आवेदन दिया है.
प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण कुमार सिंह ने दिए आवेदन में उल्लेख्य किया है कि बीती रात्रि में प्लांट में कार्यरत कर्मी सोए हुए थे. अचानक चहारदीवारी के पीछे के तरफ कई राउंड गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी जिस कारण कर्मी डर गए. जिसकी सूचना प्लांट के वरीय अधिकारियों को दी गई. इसके बाद प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण कुमार सिंह एवं कर्मी थाना पहुँच तहल कंपनी के लेटरपेड़ में, कर्मी के द्वारा अज्ञात लोगों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए आवेदन दिया. इसके बाद थाना प्रभारी सुरेंद्र रविदास बरमसिया गाँव पहुँचे और पूरी जानकारी हासिल की.
इधर थाना प्रभारी को दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि गाँव में किसी भी प्रकार की गोली की आवाजें नही सुनाई दी जबकि हम सभी ग्रामीण गाँव में ही अपने घर में थे. वही थाना प्रभारी सुरेन्द्र रविदास ने बताया कि कंपनी द्वारा इस प्रकार की घटना की सूचना दी गई, जिसके उपरांत जानकारी के साथ घटना स्थल का भी निरीक्षण किया मगर बताए गए सूचना के अनुरूप निरीक्षण कर घटना स्थल में सबकुछ ठीक ठाक है. किसी प्रकार की कोई बात नही, स्थल सब सामान्य ही थे. निरीक्षण के क्रम में किसी प्रकार के असामाजिक तत्वो के सामान भी बरामद नही हुए और ना ही किसी प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया और न ही प्लांट एवं प्लांट में मौजूद लोगों को किसी प्रकार की क्षति पहुँचाई गई है.
वहीं कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रकार की घटना से सभी कर्मी दहशत में है. थाना प्रभारी को अज्ञात लोगों के विरुद्ध छानबीन कर कार्यवाही करने के लिए गार्ड के द्वारा आवेदन दिया गया है. अब सवाल उठता है कि जब कंपनी के गार्ड एवं प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा लिखित गोली चलने की शिकायत की जा रही है तो इसपर पुलिस को अलर्ट होने की आवश्यकता है, क्योंकि पूर्व में अमड़ापाडा थाना क्षेत्र में नक्सलियों के नाम पर कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है. वाहन तक जला दिए गए हैं.
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