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बाढ़ : आंगनबाड़ी सेविका के चुनाव में नहीं पहुंचे जनप्रतिनिधि, चुनाव हुआ स्थगित

ब्रजकिशोर ‘पिंकू’

बाढ़ के बेलछी प्रखंड के मनकौरा गांव में दो थाना के पुलिस बल की मौजूदगी में आंगनवाड़ी सेविका के चुनाव में जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचे. जिसके कारण पर्यवेक्षक मालती देवी को चुनाव स्थगित करना पड़ा.

मालती देवी का कहना है कि जनप्रतिनिधि को खुद लेटर देने गई थी. वहीं जनप्रतिनिधि का कहना है कि मुझे लेटर नहीं मिला. जनप्रतिनिधि कि नहीं आने से चुनाव प्रभावित हुआ. ग्राम सभा में वार्ड नंबर 5 के भी बहुत कम ही लोग उपस्थित हुए मात्र 21 लोगों ने रजिस्टर पर साइन किया. क्या वजह थी कि जनप्रतिनिधि भी आने से डर रहे थे।या आना नहीं चाहते थे. इसके पूर्व भी आंगनवाड़ी सेविका का चुनाव समुदायिक भवन में रखा गया था. लेकिन वह चुनाव काफी विवादित हुआ. मेघा सूची में प्रथम स्थान पर आई आशा देवी उस चुनाव में सम्मिलित नहीं हो पाई.तो दूसरे स्थान पर पिंकी देवी को चयनित कर लिया गया.

वहीं सीडीपीओ पूनम कुमारी का कहना है कि आज डीपीओ के आदेशानुसार आज चुनाव रखा गया. जिसमें कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचे चुनाव के लिए खुद सीडीपीओ पूनम कुमारी पहुंची उन्होंने कहा कि ग्रामीण इसमें सहयोग नहीं कर रहे हैं और ना ही जनप्रतिनिधि आए हैं. वहीं आशा कुमारी का कहना है कि मेघा सूची में प्रथम स्थान हमारा है. लेकिन इसके पहले हुए चुनाव में मुझे दबंगों द्वारा घर से निकलने नहीं दिया गया. जिसके कारण हम चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाए. आज के चुनाव में पुलिस वालों की काफी संख्या की पुलिस वालों ने उन्हें सुरक्षित घर से लाया और उन्हें घर पहुंचाया. उनका कहना है कि एंटी पार्टी हम पर दबाव बना रहे हैं। आशा कुमारी का कहना है कि मुझे डर है कि विरोधी पार्टी उसके साथ मारपीट कर सकती है. वहीं कुमारी पिंकी का चयन दूसरे का ग्राम सभा में हो चुका था और उसकी ट्रेनिंग भी पूरा हो चुकी है और वह योगदान भी दे चुकी है. कुमारी पिंकी के चुनाव में वार्ड, पंच, मुखिया सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.

गौरतलब है कि वार्ड नंबर 5 में लगभग 1100 जनसंख्या है. जिसमें लगभग 100 बच्चे आंगनवाड़ी में पढ़ने लायक है. जबकि यहां मिली सेंटर मात्र 20 बच्चों के लिए खोला गया है. इसके लिए भी काफी खींचातानी है. कुल मिलाकर देखा जाए तो यह चुनाव काफी विवाद पूर्ण हो गया है. जहां एक और आशा देवी दबंग का आरोप लगाते हुए उन्हें घर से ना निकलने और जनप्रतिनिधि को नहीं आने देने की बात कर रही है. वहीं दूसरी ओर कुमारी पिंकी अपना चयन को छोड़ना नहीं चाहती है.

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