चाईबासा : झामुमो के संघर्ष यात्रा पर निकले पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लगाई चौपाल
संतोष वर्मा
चाईबासा में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन झारखंड संघर्ष यात्रा के तहत कोल्हान के पांच दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को करीब डेढ घंटे विलंब से रात साढे नौ बजे पहुंचे. जहां उनका स्वागत झामुमो के सैकडों कार्यकर्ता-नेता और सभी विधायकों ने गर्मजोशी के साथ किया. चाईबासा पहुंचने के बाद हेमंत सारेन शहरी लोगों से सीधा संवाद करने के लिए खाट चौपाल कार्यक्रम में शामिल हुए.
पूर्व सीएम ने करीब एक घंटे तक खाट पर बैठ कर लोगों की समस्याएं सुनी. इस दौरान पूर्व सीएम ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ जम कर बोले. खाट चौपाल में पूर्व सीएम ने लोगों के तीखे सवालों का जबाव भी दिया. साथ ही अपनी सरकार बनने पर कई वायदें को पूरे करने का आश्वासन भी दिया. एक नागरिक के सवाल पर हेमंत सोरेन ने साफ कहा कि झारखंड में वही मूलवासी है जो जिसका झारखंड में खातियान है, चाहे वह
1932 का हो या 70 का. लेकिन भूमिहीन मूलवासी के सवाल को टाल गए. हेमंत ने वायदा किया कि उनकी सरकार बनी तो खासमहल की जमीन की समस्या ही खत्म कर दिया जाएगा. वहीं हेमंत ने वायदा किया कि उनकी सरकार बनी तो झारखंड के सरकारी स्कूलों की स्थिति बदल जाएगी, और निजी स्कूलों की तरह यहां के बच्चे भी अंग्रेजी फर्राटेदार अंग्रेजी पढने-बोलने लगेगे.
चौपाल में रहा मुख्य आर्कषण
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के खाट चौपाल का मुख्य आकर्षण. करीब डेढ़ घंटे विलंब से पंहुचे हेमंत, फिर भी भारी भीड़ रही मौजूद, चौपाल में खाट पर बैठे हेमंत सोरेन, विधायक दीपक विरुआ, मिथिलेश ठाकुर, निरल पूर्ति व दशरथ गागराई. खाट चौपाल में शहरी जनता ने हेमंत के समक्ष समस्याओं की लगा दी झड़ी, तो हेमंत ने भी सरकार बनने पर कई वायदे पूरे करने का आश्वासन दिया. जिला मिनरल फंड में करोड़ों के ठेका का बंदरबांट का उठा मामला, ठेका में हो रहे बंदरबांट पर जनप्रतिनिधियों की चुपी पर भी सवाल उठा. वहीं अधिकारियों के छुट्टी में घर भागने का भी मामला उठा. सरकार बनने पर हेमंत ने खासमहल जमीन समस्या खत्म करने, 90 फीसदी स्थानीय को नौकरी देने, वैट आधी करने व सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह व्यस्था करने का वायदा किया.
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