भोजपुरी लोकगीतों के चर्चित गायक अजीत कुमार अकेला की पांचवीं पुण्यतिथि पर विशेष : भोजपुरी माटी गीतों…
कौड़ी-कौड़ी जोड़ के संचय कइनी खजाना, पूंजी सब खर्चा हो गईले. करब से कवन बहाना त पल भर समय ना घटिहे, बढिहे समय से खुली सवारी. अब पियवा के लागल बा कचहरी, भेजले बा डोलिया कहारी... यह निर्गुण अकसर गुरू अकेला जी गाया करते थे.
अजीत कुमार!-->!-->!-->!-->!-->…
Read More...
Read More...