सीवान : जिला हैंडबाल संघ के खिलाड़ी अनुप का खेल कोटा से आर्मी में हुआ चयन
राहुल कुमार सोनी
कहते हैं कि आसमां में भी सुराख हो सकता है एक पत्थर तबीयत से उछालो यारो. दुष्यंत की इस पंक्ति को चरितार्थ कर दिखाया है गुठनी प्रखंड मिश्रछपरा गांव निवासी बलिराम मिश्रा के सबसे बड़े पुत्र अनुप कुमार मिश्रा ने. अनुप का चयन जुलाई माह में नागपुर के कामटी में आयोजित गार्ड रेजिमेंटल में हैंडबाल खेल से जीडी पद के लिए हुआ है.
अनुप अपने हैंडबाल खेल कैरियर की शुरुआत रानी लक्ष्मीबाई स्पोर्ट्स एकेडमी लक्ष्मीपुर मैरवा के प्रशिक्षक संजय पाठक की देखरेख में शुरू किया और 2013 में इनका चयन हैंडबाल मे बतौर गोलकीपर एकलव्य हैंडबाल प्रशिक्षण केन्द्र शेरपुर पटना में हुआ. इसके बाद वर्ष 2017 में इनका चयन कलकत्ता में भारतीय खेल प्राधिकरण में हुआ. जैसे ही इनकी उम्र खेल कोटा से आवेदन करने लायक हुआ इन्होने आवेदन दिया एवं प्रथम प्रयास में ही चयनित हो गए. चयनित हो कर जैसे ही अपने प्रथम खेल गुरु एवं प्रथम खेल क्लब में पहुंचे खिलाड़ियों में खुशी की लहर दौड़ गई. रानी लक्ष्मीबाई स्पोर्ट्स एकेडमी लक्ष्मीपुर मैरवा के निदेशक संजय पाठक एवं खिलाड़ियों ने अनुप को फुल माला पहनाकर स्वागत किया वहीं निदेशक एवं जिला हैंडबाल संघ के सचिव संजय पाठक ने संघ की ओर से अंग वस्त्र प्रदान किया.
बात चीत के क्रम में अनुप ने बताया कि यदि पाठक सर सीवान जिला में हैंडबाल खेल शुरू नहीं किये होते तो आज सीवान के खिलाड़ी हैंडबाल में अपना कैरियर नहीं बनाते. सीवान जिला में हैंडबाल खेल को स्थापित करने का सारा श्रेय पाठक सर को जाता है. अनुप ने सीवान के छात्र छात्राओं को सलाह दी कि आप हैंडबाल खेलें यह एक ओलिंपिक खेल है इस खेल को खेलने वाले अच्छे खिलाड़ी कभी बेकार नहीं रह सकते. वहीं संजय पाठक ने कहा कि अनुप ने साबित कर दिया है कि हैंडबाल में भी यदि ईमानदारी से खेला जाय तो कैरियर बनता है.
अनुप के चयन पर जिला हैंडबाल संघ के अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता इष्टदेव तिवारी, काशीनाथ मिश्रा, संयुक्त सचिव अरविन्द शंकर, विजय प्रताप सिंह, उमेश चंद्र श्रीवास्तव, मुनिब अंसारी, रमेश कुमार सिंह, विकास दिक्षित, अखिलेश दिक्षित, फुलेना यादव, अमितेश कुमार सहित अन्य कई लोगों ने बधाई दी है.
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