नालंदा : अक्षय नवमी के मौके पर महिलाओं ने की आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना
नालंदा में सोमवार को अक्षय नवमी के मौके पर बिहारशरीफ के विभिन्न मोहल्ले में महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा अर्चना कर कुष्मांड यानि भुआ का गुप्त दान किया.
बता दें कि ऐसी मान्यता है कि इस कार्तिक नवमी के दिन आंवला वृक्ष का पूजन कर कथा सुनकर दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. आज के दिन किया गया किसी प्रकार का दान का फल कभी क्षय नहीं जाता है. इसलिए खासकर कार्तिक स्नान करने वाली महिलाएं इस व्रत को करती है. कई जगहों पर आज के दिन आंवला वृक्ष के नीचे खाना बनाया जाता है और उसी को प्रसाद के रूप में सभी ग्रहण करते है.
यूं तो पवित्र कार्तिक मास में प्रकृति की ही पूजा होती है. चाहे वह दीपावली हो, छठ हो या अन्य. हमारे धर्म शास्त्र में प्रकृति को संरक्षित रखने के लिए कहा गया है. इस कारण सोमवती अमावस्या को पीपल वृक्ष, वट सावित्री की पूजा में वट वृक्ष और अक्षय नवमी को आंवला वृक्ष की. हम सभी अपनी इसी परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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