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कैमूर : संतान की लंबी आयु के लिए माताओं ने किया जीवित्पुत्रिका व्रत, घाटों पर हजारों की संख्या में महिलाओं ने लगाई डुबकी

कैमूर में संतान के दीर्घायु एंव लंबी उम्र के लिए माताओं ने रविवार को 24 घंटे का निर्जला जीवित्पुत्रिका व्रत रखा. कैमूर के विभिन्न घाटों पर हजारों की संख्या में महिलाओं ने स्नान किया.

बता दें कि तीन दिवसीय अनुष्ठान को लेकर शनिवार से ही महिलाओं ने तैयारी शुरू कर दी थी. नहाए खाए के साथ रविवार की सुबह से महिलाएं नदी किनारे घाट पर जुटने लगी, जिसमे भभुआ के नागाबाबा पोखरा पर हजारों के संख्या में महिलाएं जुटीं और नाहन करके मंदिर में पूजा की ताकि संतान शुखी और हर दुःख से वंचित रहे. जिसके लिए निर्जला व्रत रखकर महिलाओं ने पूजा-अर्चना की.

इस संबंध में पंडित गणेश तिवारी ने बताया कि जीवित्पुत्रिका प्रत्येक वर्ष आश्विन मास के कृष्ण पक्ष अष्टमी को किया जाने वाला व्रत है. यह व्रत संतान की दीर्घायु और सकुशलता की मनोकामना के लिए महिलाओं द्वारा किया जाता है. प्रातः काल पवित्र स्थान के बाद व्रती संकल्प लेती हैं और पूरे दिन निर्जला रहकर जीवित्पुत्रिका व्रत करती हैं और कथा सुनती है. पंडित गणेश तिवारी ने बताया कि यह व्रत अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नामों जितिया जिउतिया, जीमूतवाहन व्रत आदि से पुकारा जाता है. विभिन्न क्षेत्रों में इस व्रत की विविध जिसका उद्देश्य व्रत का महत्व बनता है. पुत्र की लंबी आयु, आरोग्यं व कल्याण की कामना से स्त्रियां इस व्रत को करती हैं. कहते हैं जो महिलाएं पूरे विधि विधान से निष्ठा पूर्वक कथा सुनकर ब्राह्मण को दान दक्षिणा देती हैं, उन्हें पुत्र सुख व उनको समृद्धि प्राप्त होती है. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).

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