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सीवान : विजय लक्ष्मी देवी ने हेना शहाब को 92 हजार से ज्यादा मतों से किया पराजित, अपनी जीत को जनता और कार्यकर्त्ताओं की जीत बताया

सीवान || सीवान लोक सभा सीट के लिए हुए चुनाव में एकबार फिर से एनडीए का कब्जा हो गया. मंगलवार को हुए मतगणना में जदयू उम्मीदवार विजय लक्ष्मी देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और पूर्व सांसद स्व मो शहाबुद्दीन की पत्नी, निर्दलीय प्रत्याशी हेना शहाब को 92,857 मतों से पराजित करते हुए जीत हासिल की. विजय लक्ष्मी देवी को जहां कुल 386,508 मत मिले वहीं हेना शहाब को कुल 293,651 मत मिले. तीसरे नंबर पर राजद उम्मीदवार और सीवान सदर सीट से वर्तमान विधायक अवध बिहारी चौधरी रहें, जिन्हें कुल 1,98823 हासिल हुए जबकि चौथे नंबर पर 26,964 मतों को लेकर नोटा रहा.

बता दें कि चुनाव मैदान में खड़े कुल 13 उम्मीदवारों के लिए छठे चरण के तहत 25 मई को मतदान हुआ था, जिसके बाद शहर के डीएवी पीजी कॉलेज में बज्रगृह बनाया गया था. जहां मंगलवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह के 8 बजे से मतों की गिनती शुरू हुई जो देर शाम 8 बजे तक चली. मतगणना केंद्र पर मतों की गिनती के लिए विधानसभावार 14 टेबल बनाए गए थे. वहीं मतगणना केंद्र पर प्राधिकार पत्र धारक पत्रकारों को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई और ना हीं ससमय उन्हें मतगणना के परिणामों से अवगत कराए जाने की व्यवस्था की गई थी, जिस कारण पत्रकारों को रिजल्ट जानने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. जिसको लेकर निर्दलीय प्रत्याशी हेना शहाब ने डीएम सह निर्वाची पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता से मिलकर शिकायत भी लगाई.

गौरतलब है कि मतगणना शुरू होने पर सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती में जहां विजय लक्ष्मी आगे रहीं वहीं उन्होंने हरेक चक्र की गिनती में अपनी बढ़त बनाए रखा और एक शानदार जीत हासिल किया. विजय लक्ष्मी की जीतवके बाद शहर के महादेवा मुहल्ला स्थित बने जदयू के प्रधान चुनाव कार्यालय में एनडीए और जदयू कार्यकर्त्ताओं-नेताओं और समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और सबने ढ़ोल नगाड़े की धुनों के बीच अबीर-गुलाल लगाकर, मिठाईयां खिलाकर और आतिशबाजी करते हुए जमकर जीत का जश्न मनाया. वहीं नव निर्वाचित सांसद विजय लक्ष्मी देवी ने जहां अपनी जीत को क्षेत्र की जनता और अपने कार्यकर्त्ताओं की जीत बताया, वहीं उनके पति और जीरादेई के जदयू विधायक रह चुके रमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि उनकी पत्नी को टिकट मिलने के बाद वे जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त थें.

उल्लेखनीय है कि जदयू ने इस बार अपनी सीटिंग सांसद कविता सिंह का टिकट काट कर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से आए रमेश सिंह कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी देवी को अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं पिछले तीन टर्म से राजद की टिकट पर चुनाव लड़ कर हार का सामना कर रही हेना शहाब इस बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरी थीं और चुनाव जीतने के लिए काफी मेहनत भी की थीं. उन्होंने सभी धर्म सम्प्रदाय के लोगों को साथ लेकर चलने के लिए अपने को हरेक रंग में रंग लेने का दावा किया था, लेकिन उनकी सारी मेहनत और कोशिश इस बार भी असफल हीं साबित हुई. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).

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