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सीवान : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जसौली में की जन सभा, देखने के लिए उमड़ी अप्रत्याशित भीड़ को जिले के लिए कोई घोषणा न होने से हुई निराशा

अभिषेक श्रीवास्तव ||सीवान||

जिले के पचरुखी प्रखंड के जसौली गांव में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल जन सभा को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने एक प्रवक्ता के रूप में एनडीए सरकार की उपलब्धियों का जमकर बखान किया वहीं कांग्रेस और राजद को आड़े हाथों लेते हुए उनकी जमकर खिंचाई की. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मिलकर 5,900 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली 28 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, इन योजनाओं में आवास, शहरी विकास, जलशक्ति, बिजली और रेल से जुड़ी परियोजनाएं शामिल रहीं. हालांकि प्रधानमंत्री के बिहार के लिए एकसाथ दिए गए इतनी सौगात के बावजूद सभा स्थल पर उमड़े अप्रत्याशित जन सैलाब को सीवान जिले के लिए कोई खास घोषणा या तोहफा नहीं दिए जाने से काफी निराशा हुई और पहली बार मोदी भक्त इस तरह से निराश और हताश हुए दिखें.

बता दें कि चिलचिलाती धूप, उमस और भीड़ की भी परवाह किए बिना लोग सुबह से हीं सभा स्थल पहुंचने लगे थे. मैदान छोटा पड़ गया, मंच छोटा पड़ गया, लेकिन जनता का जोश कम नहीं हुआ. हर गली, हर नुक्कड़ पर मोदी-मोदी के नारे गूंज रहे थे. वहीं कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुली जीप में मंच तक पहुंचे और उपस्थित जनसमूह का हाथ जोड़कर अभिवादन किया. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में भी सीवान की इस अभूतपूर्व उपस्थिति को नमन किया और कहा कि आपने आज जो दृश्य रचा है, वह इतिहास में दर्ज होगा. प्रधानमंत्री ने जनसभा में करोड़ों राशि की योजनाएं बिहार के लिए दिया. सीवान के संदर्भ में सबसे बड़ी घोषणा जलापूर्ति और सीवरेज प्रबंधन प्रणाली की रही. वैशाली से देवरिया के बीच नई रेल लाइन का निर्माण भी महत्वपूर्ण घोषणाएं रही. शहरी गरीबों को पक्के मकान की चाभी दी गई. लेकिन रोजगार, पलायन, उद्योग जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री ने चुप्पी साधे रखी.

बता दें कि सीवान के लिए तकरीबन 113 करोड़ जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया गया. इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वित होने पर सीवान के लोगों के लिए स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित हो पाएगी. गरीब और निम्न मध्यमवर्ग के लिए यह संभव नहीं था कि वह अपने घर में उच्चस्तरीय आरो लगा सके. दूसरी बड़ी घोषणा सीवान के लिए तकरीबन 300 करोड़ के सीवरेज प्रबंधन की है. इससे जल प्रदूषण पर नियंत्रण लगेगा. दाहा आदि नदियों में सीवरेज को ट्रीट कर छोड़ा जाएगा. सतत विकास संकल्पना यानी सस्टेनेबल डेवलेपमेंट एप्रोच के लिए जलापूर्ति और सीवरेज प्रबंधन योजना बेहद महत्वपूर्ण होगी. सीवरेज प्रबंधन योजना से जल संसाधनों के संरक्षण के साथ जल जनित बीमारियों पर भी नियंत्रण पाया जा सकेगा. लेकिन, शायद सीवान वासियों को इससे भी बड़ी घोषणाओं का इंतज़ार था, जो पूरी नहीं हो पाई? चुनावी वर्ष होने से सीवान के लोग यह उम्मीद कर रहे थे कि कुछ बड़ी घोषणाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जाएगी. प्रधानमंत्री ने सीवान में उद्योगों या उद्यमिता के विकास के लिए किसी बड़ी घोषणा को नहीं किया. सीवान को कोई वंदे भारत ट्रेन भी नहीं मिली. मुंबई और दिल्ली ट्रेन से जाना सीवान के लिए एक दुखदाई सफर होता है. आवश्यकता होने पर ट्रेन का टिकट ही नहीं मिलता है. साथ हीं बिहार की राजधानी पटना जाने के लिए भी कोई डायरेक्ट ट्रेन सुबह में नहीं है. प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाने के लिए भी कोई सीधी ट्रेन नहीं है. लेकिन, प्रधानमंत्री ने सीवान से इन जगहों के लिए एक भी सुपर फास्ट या सीधी ट्रेन नहीं दी. वहीं सीवान के पर्यटन, शिक्षा के विकास के लिए भी कोई घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा नहीं की गई. ट्रैफिक प्रबंधन, किसी बड़े कॉरिडोर की घोषणा भी पीएम नहीं कर पाए. स्वास्थ्य सुविधा के संदर्भ में भी किसी बड़ी घोषणा का इंतजार इंतजार ही रह गया. प्रधानमंत्री के भाषण को सुनकर ऐसा लगा कि शायद यहां के स्थानीय एनडीए के नेता उन्हें सीवान की आवश्यकताओं के बारे में बता हीं नहीं सके. सीवान के स्थानीय नेताओं ने भीड़ जुटाने के लिए बहुत मेहनत किया, लेकिन प्रधानमंत्री से इस भीषण उमस के बीच पहुंचीं जनता के लिए कोई उपहार दिलाने में असफल रहें.

प्रधानमंत्री द्वारा इन योजनाओं का हुआ उद्घाटन व शिलान्यास

प्रधानमंत्री ने सीवान की धरती से बिहार में आठ परियोजनाओं का शुभारंभ किया. जिनमें दीघा एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क, कंकड़बाग एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क, मोकामा आईएंडडी और एसटीपी, फतुहा आईएंडडी और एसटीपी, बेगूसराय एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क, बख्तियारपुर आईएंडडी और एसटीपी, वैशाली-देवरिया के बीच 29 किमी नई रेल लाइन, हाजीपुर- सुगौली 148 किमी नई रेल लाइन.

पीएम मोदी ने बिहार में इन 14 परियोजनाओं का किया शिलान्यास

बेगूसराय जलापूर्ति परियोजना, छपरा जलापूर्ति परियोजना, बक्सर जलापूर्ति परियोजना, मोतिहारी सीवरेज व सेप्टेज प्रबधन परियोजना, सासाराम सीवरेज नेटवर्क एवं ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना,
सीवान सीवरेज नेटवर्क ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना फेज व वन, आरा जलापूर्ति परियोजना, सीवान जिलापूर्ति परियोजना, सासाराम जलापूर्ति परियोजना, मोतिहारी आईएंडडी और एसटीपी, रक्सौल आईएंडडी और एसटीपी, बक्सर आईएंडडी और एसटीपी, आरा आईएंडडी और एसटीपी एवं बिहार के विभिन्न ग्रिड उप स्टेशनों पर 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी उर्जा भंडारण प्रणाली का शिलान्यास.

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