मोतिहारी : भाषण देने के दौरान रो पड़े पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह
मोतिहारी में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब पूर्व केन्द्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद सांसद राधामोहन सिंह एकाएक मंच पर रोने लगे.
पूर्वी चंपारण के जिला मुख्यालय मोतिहारी में चरखा पार्क के उद्घाटन के दौरान वे महात्मा गांधी के जीवनवृत्त पर भाषण दे रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कुछेक लोगों का व्यक्तिगत कार्य नहीं किए जाने को लेकर मंच से अफसोस जाहिर करते हुए क्षमा मांगी और फफक पड़े. हालांकि बाद में उन्होंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को संभाला.
इससे पहले सांसद राधामोहन सिंह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि मेरा सांसद बने रहना जरूरी नहीं है, लेकिन देश की तरक्की के लिए नरेंद्र भाई मोदी का प्रधानमंत्री बने रहना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि मुझसे कुछ लोगों को शिकायत हो सकती है, लेकिन पीएम मोदी की नीतियों में विश्वास जरूर व्यक्त करिए.
राजनीति के मजे खिलाड़ी हैं राधामोहन सिंह
बता दें कि बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं. सीट बंटवारे को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन में गहमागहमी बनी हुई है. इस बार के लोकसभा चुनाव में कई पुराने नेताओं का टिकट कटने की भी संभावना है.ऐसे में कहीं न कहीं पूर्वी चंपारण से भाजपा सांसद राधामोहन सिंह को भी बेटिकट होने की चिंता सता रही है. हालांकि राजनैतिक हलकों में इस बात की चर्चा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह राजनीति के मजे हुए खिलाड़ी हैं और भाजपा में राष्ट्रीय स्तर पर उनकी एक अलग पहचान है. ऐसे में पार्टी अंततोगत्वा उन्हें फिर से लोकसभा प्रत्याशी जरूर बनाएगी. उधर भाजपा की राजनीति को नजदीक से देखने वाले राजनैतिक पंडितों का मानना है कि पुराने नेता को चुनाव मैदान में उतार कर भाजपा कोई जोखिम नहीं उठा सकती. ऐसे में किसी नये उम्मीदवार को भी पार्टी पूर्वी चंपारण के चुनावी अखाड़े में उतार सकती है. खैर, इसका पता तो भाजपा की ओर से प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद ही चल सकेगा. फिलहाल मोतिहारी में लोग सांसद राधामोहन सिंह के मंच पर भाषण के दौरान रोने की चर्चा खूब कर रहे हैं.लोग अलग-अलग तरह से इसकी व्याख्या भी कर रहे हैं. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).
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