कैमूर : एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करने आए श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने इंडी गठबंधन को बताया लुटेरों का गिरोह

कैमूर/भभुआ || जिले के भभुआ नगर पालिका मैदान में मंगलवार को एनडीए की विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्य अतिथि बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह पहुंचे, जहां उन्होंने महागठबंधन पर जमकर हमला बोला. मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि राहुल गांधी एक छोटा सा संविधान लेकर घूमते हैं, मैं तो दावे के साथ मंच से कहता हूं कि राहुल बाबा को संविधान भी पढ़ने नहीं आता है, सिर्फ वह दिखाने के लिए बिहार लेकर आते हैं और उनको संविधान से कोई मतलब हीं नहीं है.
इसके साथ हीं तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए मंत्री ने कहा कि एक अपने शहजादे हैं लालू जी के शहजादे, अभी-अभी बिहार अधिकार यात्रा में निकले हैं, वोट अधिकार यात्रा इनका खत्म हुआ तो अब बिहार अधिकार यात्रा. अब इनको कोई अधिकार नहीं मिलना है, यह जो इंडी गठबंधन है, यह एक लुटेरों का गिरोह है, इनको बिहार के विकास से कोई मतलब नहीं है, क्योंकि आज बिहार एनडीए की सरकार में काफी आगे बढ़ चुका है. लेकिन, राहुल बाबा और तेजस्वी यादव चाहते हैं कि फिर से पुराना वाला बिहार बने जिसमें गुंडों का राज चलता था. मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि आज बिहार में लाइट कटती ही नहीं है, लेकिन एक वह दौर था जब काफी दिनों के बाद लाइट आती थी, जिसे देख लोग शोर मचाते थे कि लाइट आ गया, इतने में फिर से लाइट कट जाती थी. ये लोग फिर से वही बिहार लाना चाहते हैं, आज हमारे एनडीए की सरकार में 125 यूनिट बिजली लोगों को फ्री में दी जा रही है, जो सड़के पहले की राज में गड्ढे पड़े मिलते थे, आज वह सड़के चमकदार मिल रही है. पेंशनधारियों का पेंशन बढ़ाया गया, और राहुल गांधी और तेजस्वी यादव नकली संविधान लेकर घूम रहे हैं और अधिकार मांग रहे हैं. लेकिन, मैं कहना चाहता हूं कि अब बिहार की जनता जाग चुकी है उन्हें कोई अधिकार नहीं मिलेगा चाहे वो लोग कोई भी यात्रा निकाले.
उन्होंने आगे कहा कि पहलगांव हमले में हमारी बहनों का सुहाग उजाड़ने वाले आतंकियों ने कहा था जाओ अपने मोदी से कह दो देखते हैं वह क्या करता है, लेकिन नरेंद्र मोदी ने इसी बिहार से ऑपरेशन सिंदूर का संकल्प लिया था और आतंकी पाकिस्तानियों को उनके घर में घुस कर मरवाने का काम किया. इसलिए इस बार 2025 में फिर से एनडीए को वोट दे और फिर से बिहार में एनडीए की सरकार बनाए. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).