Abhi Bharat

चाईबासा : खूंटपानी में धूमधाम से मना माता मारिया का पर्व

संतोष वर्मा

ईश्वर का वचन और धर्मग्रंथ आध्यात्मिक जीवन का आधार है. यह मुक्तिदायी होता है. चाईबासा में शुक्रवार को ये बातें ईसाईयों का तीर्थ स्थल खूंटपानी में माता मारिया का पर्व पर उपस्थित विश्वासियों को उपदेश देते हुए मुख्य अनुष्ठानकर्ता जमशेदपुर धर्मप्रांत के विशप तेलोस्फर बिलुंग ने कही.

उन्होंने कहा कि ईश्वर के वचन में ज्योति और विश्वास का साक्ष्य है. इसमें जीने से मानव को आध्यात्मिक शक्ति मिलती है. उन्होंने कहा कि छल-कपट, झूठ और भ्रष्टाचार में डूबे मानव अंधकार में जी रहे होते हैं और सेवा व मददगार इंसान ईश्वर की ज्योति में जीने वाले होते हैं. इससे पूर्व छोटानागपुर में सर्वप्रथम ईसायत अपनाने वाले पूर्वजों के की स्मृति में स्थापित शिलापट के पास चक्रधरपुर पल्ली के महिला मंडल के प्रवेश नाच के साथ मुख्य अनुष्ठानकर्ता समेत सैकड़ों पुरोहितों की अगुवाई की गई और खूंटपानी की माताओं ने शिलापट में तेल व हल्दी और अरवा चावल अर्पित कर ईसाई धर्म के विश्वासी पूर्वजों को याद किया गया. इसके बाद मुख्य अनुष्ठानकर्ता द्वारा माता मारिया के ग्रोटो में प्रार्थना के साथ समारोह की शुरुआत की गई.

मिस्सा पूजा के आरंभ होने के पूर्व फादर अनूप जोंडको जोंको ने खूंटपानी पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला। फादर जोंको ने कहा कि छोटानागपुर में पहली बार खूंटपानी के जोसेफ, रावकन, पत्रुस, सिदना, पौलुस, रामसाय, जोहन, करमसिंह, अनद्रेयस, सिबि, इग्नासियुस और नागु परिवार के 28 सदस्यों ने 1873 ईस्वी में कोलकाता के आर्च बिशप स्टाईन्स के समक्ष ईसाईयत अपनाकर ईश्वर की ज्योति के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया था. उन्होंने कहा कि ईश्वरीय विश्वास में अटल रहने के संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए ही खूंटपानी पर्व के रूप में माता मारिया की आराधना किया जाता है. प्रार्थना समारोह में आकर्षक नृत्य के साथ संत जेवियर, चाईबासा पल्ली के क्रूसवीर बच्चों ने बाइबल जुलूस निकाला गया.

वहीं चाईबासा पल्ली के महिला मंडल ने सुनीता हेम्ब्रम की अगुवाई में चढ़ावा नृत्य पेश किया गया. प्रार्थना सभा में चाईबासा पल्ली के गीत मंडली के सदस्यों संजीव कुमार बालमुचू, रोबिन बालमुचू, रंजीत कुमार मुंडु, प्रमोद कुमार सुरीन,जेम्स सोय, प्रहलाद बालमुचू, आनंदिनी बादुला, रोयलेन तोपनो, भगवान तोपनो, लेयोनार्ड तोपनो व ज्योति पुरती आदि ने अपनी भक्ति गीतों से माहौल भक्तिमय बना.

समारोह की मिस्सा पूजा सम्पन्न करने में मुख्य अनुष्ठानकर्ता के साथ झारखंड के विभिन्न हिस्सों के पल्लियों के पुरोहितों फादर कामिल हेम्ब्रम, फादर जुनास पुरती, फादर रंजीत कुल्लू, फादर सहाय थासन, फादर हालेन बोदरा, फादर अगस्टिन कुल्लू, फादर जुनास भेंगरा, फादर अनिल मिंज आदि ने सहयोग किया. प्रार्थना समारोह में श्रद्धालुओं की भीड़ को अनुशासित बनाने में चाईबासा काथलिक सभा के अध्यक्ष आशीष बिरुवा व रोबर्ट सावैयां और जेम्स गागराई की अगुवाई में चक्रधरपुर, मालुका, कराईकेला, खूंटपानी आदि पल्ली के स्वयं सेवकों ने मुख्य भूमिका निभाई. प्रार्थना सभा में चाईबासा के अलावे जमशेदपुर, चक्रधरपुर, मालुका, खूंटी, रांची, किरीबुरू, गुवा, बड़ाजामदा आदि जगहों से काफी संख्या में ईसाई परिवार के सदस्य शामिल हुए.

You might also like

Comments are closed.