सीवान : त्रिरत्न के उच्चारण से गूंज उठा तीतिरा बुद्ध मंदिर
राहुल कुमार सिंह
सीवान के जीरादेई प्रखण्ड क्षेत्र के तीतिरा टोले बुद्धनगर बंगरा में स्थित बौद्ध मंदिर में शनिवार को बुद्ध पूर्णिमा धूमधाम से मनाया गया.
बता दें कि सर्वप्रथम बौद्ध रीति रिवाज से बुद्ध की पूजा अर्जना की गयी. उपस्थित बौद्ध प्रेमियों ने त्रिरन्त के उच्चारण से पूरे वातावरण को बुद्धमय बना दिया. शोधार्थी कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि भगवान बुद्ध करुणा के सागर है जो पूरे विश्व को शांति का पाठ पढ़ाये तथा समाज के सभी वर्गों को एक मंच पर लाने का काम किया. उन्होंने बताया कि बौद्ध धम्म के हर पूर्णिमा का काफी महत्त्व है पर बुद्ध पूर्णिमा तो अति महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी तिथि को बुद्ध का जन्म, ज्ञान तथा महापरिनिर्वाण तीनों हुआ था. मनीष दूबे ने कहा कि बुद्ध भगवान विष्णु के अवतार थे जो सनातन संस्कृति व धर्म में फैली कुरीतियों को दूर कर समतामूलक समाज का स्थापना किये.
उन्होंने बताया कि ब्राह्मण समाज बौद्ध सिद्धान्त का पोषक था. क्योंकि बुद्ध का प्रथम 5 शिष्य जो सब ब्राह्मण ही थे तथा त्रिपिटक की रचना में महत्वपूर्ण योगदान महाकाश्यप नामक ब्राह्मण को ही जाता है. दूबे ने बताया कि आज भी गया के बौद्ध मंदिर में बौद्ध भिक्षुओं के साथ साथ ब्राह्मण भी पूजा कराते है. वहीं प्रमोद बौद्ध ने कहा कि बौद्ध धम्म वैज्ञानिक धर्म है. जिसे विश्व धर्म संसद ने सर्वश्रेठ धर्म बताया हैतथा आज भी विश्व के लगभग 70 देश के लोग बौद्ध उपासक है. आंदर से आये मनीष कुमार दूबे ने बौद्ध मंदिर निर्माण में दस हजार रुपये का नगद राशि दिए.
इस मौके पिंकू दूबे, अंकित मिश्रा, प्रमोद कुमार, माधव शर्मा, युवा चित्रकार रजनीश कुमार मौर्य, आरती सिंह, वंदना सिन्हा, बलिंद्र सिंह, हरिशंकर चौहान, अंगद प्रसाद, सीता राम हरिजन, सुरेश राम, वृजकिशोर यादव, सचिन यादव, विकेश कुमार, ओम प्रकाश कुशवाहा तथा सैकडों छात्र-छात्राएं पूजा में भाग लिये.
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