सीवान : महाराजगंज के जरती माँ के दरबार में भक्तों की पूरी होती है मनोकामना, लोगों का सालों भर लगा रहता है मेला
शाहिल कुमार
सीवान के महाराजगंज शहर में जगत जननी माँ जगदम्बा के रूप में ऐतिहासिक जरती माई का मंदिर नवरात्र में भक्तों के लिए आस्था का केन्द्र बना हुआ है. भक्तों की भीड़ सुबह से ही माँ के दरबार में उमड़ पड़ रही है. जहां माँ के दरबार में लोग सपरिवार पहुँच माँ की पुजा अर्चना कर सुख शांति व समृद्धि की कामना कर रहें है.
सिद्धी के रूप में विख्यात जरती माई के दरबार में जो कोई भी भक्त सच्चे दिल से अपनी मनोकामना लेकर आते हैं तो माँ उनकी मनोकामनाएँ पुरी भी करती है. इसी कारण से यहाँ सालों भर भक्तों की भीड़ लगीं रहती है। बिहार सहित झारखंड, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के साथ साथ नेपाल से भी श्रद्धालु भक्त मां के दर्शन व पूजन को लेकर दरबार में पहुंचते हैं. माँ की असीम कृपा से श्रद्धालु भक्तों की मनोवांछित मनोकामना पूरी होने पर यहां अष्टयाम हवन व दान पुन करवाते रहते हैं.
गौरतलब है कि आज से 20 साल पहले तक मां का मंदिर एक खंडहरनुमा कमरा में अवस्थित था. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ लोग ही वहां पूजा अर्चना करने जाते थे. मंदिर तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं था, लोग पगडंडी के सहारे माँ के दरबार तक पहुँचते थे. सन 1990 में तत्कालीन एसडीपीओ अरविंद ठाकुर को माँ के प्रति आस्था खिंच लाई व पुजा अर्चना के लिए माँ के दरबार में वे पहुँचे. जब उनकी नजर खंडहरनुमा मंदिर पर पड़ी. माँ के प्रति आस्था व श्रद्धा से लगाव को देखते हुए उन्होंने शहर के गणमान्य लोगों के साथ शहर में घूम-घूमकर चंदा एकत्रित कर मंदिर का निर्माण कराया. तत्कालीन सांसद, विधायक से आग्रह कर दोनों तरफ से सड़क का निर्माण कराया गया. इसके अलावा पानी को लेकर कल लोगों को रहने के लिए कमरे व मंदिर में लाइट को लेकर बिजली व अन्य सुविधाओं की व्यवस्था भी करायी गयी. मंदिर के रखरखाव के लिए कमेटी का गठन किया गया है. जिसमें एसडीओ, एसडीपीओ सहित शहर के गणमान्य लोग सदस्य के रूप में शामिल हैं.
बताते चलें कि शारदीय नवरात्र में सुबह चार बजे से देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर परिसर में उमड़ा रहती है. श्रद्धालु भक्त जहाँ माँ के दर्शन को लेकर आतुर रहते हैं तो वहीं जरती माता के दरबार में भक्तों की भीड़ को नियंत्रित को लेकर प्रशासन के तरफ पुलिस बल की भी तैनाती की जाती हैं ताकि नवरात्र के दिनों में भक्त जनों की कोई परेशानी न हो पाएँ.
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