अलसी या तीसी के फ़ायदे
अलसी या तीसी को रेशेदार फसल की श्रेणी में रखते है जिससे मोटे कपडे या रस्सी बनाये जाते है। इसके बीजों से तेल निकाला जाता है जिससे वार्निश,रंग,साबुन या पेंट बनाया जाता है। भारत में इसकी खेती प्रमुखता से बीज के लिए की जाती है। यह लाल, सफ़ेद या धूसर रंग की होती है। इसको खाने से पीठ के दर्द और सूजन में आराम मिलता है। यह पचने में भारी और प्रकृति से गर्म होता है। इसमे कार्बोहाईड्रेट, वसा,प्रोटीन,थाईमीन,नाइसिन,विटामिन बी6, विटामिन c,कैल्शियम,लौहतत्व,फास्फोरस,पोटासियम आदि पाए जाते है . तीसी को गर्म पानी में ठंडा कर पिने से हैजा रोकने में मदद मिलती है। इसके तेल से बने काजल लगाने से अनिद्रा दूर होती है। अगर तीसी को पिस कर इसका लेप को थोडा गर्म कर ताजा घाव पर बांधने से घाव जल्दी पक जाता है और आराम मिलता है। कफ में आराम मिलता है अगर इसके बिज को थोड़ा गर्म करके मिश्री मिला कर चूर्ण बना ले और गर्म पानी से सेवन करे तो कफ आराम से निकल आएगा और जुकाम में आराम मिलेगा. तीसी को सभी चाव से दाल में डाल कर या पानी में मिक्स कर खाते हैं.
Comments are closed.