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सीवान : आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर यूनिसेफ ने रेडियो स्नेही को किया सम्मानित

नागेन्द्र तिवारी

सीवान में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए आम लोगों बेहतर तरीके से जागरूक करने वाला रेडियो कार्यक्रम बनाने के लिए सीवान के सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो स्नेही को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में यूनिसेफ, बीबीसी मीडिया एक्शन व ऑल इंडिया रेडियो ने संयुक्त रूप सम्मानित किया गया है. रेडियो स्नेही की ओर से यह पुरस्कार रेडियो स्नेही के पीआरओ पत्रकार नवीन सिंह परमार ने ग्रहण किया.

इस संबंध में जानकारी देते हुए रेडियो स्नेही के निदेशक मधुसुदन पंडित ने बताया कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है कि आपदा आने से पूर्व ही उससे निपटने के लिए सभी सरकारी, गैर सरकारी मशीनरी व आम लोगों को जागरूक किया जाएं. इस थीम को सामने रखकर कर विश्व प्रसिद्ध संस्था यूनिसेफ, बीबीसी मीडिया एक्शन व ऑल इंडिया रेडियो ने पिछले से भारत के विभिन्न रेडियो स्टेशनों के साथ मिलकर एक राष्ट्रव्यापी ” रेडियो सेंविग लाईफ ” के नाम से एक अभियान संचालित कर रहे है. इस अभियान के अन्तर्गत 25 व 26 फरवरी को दिल्ली में एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में रेडियो स्नेही का प्रतिनिधित्व पीआरओ पत्रकार नवीन सिंह परमार ने किया. इस कार्यशाला में किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए आम लोगों को जागरूक करने में रेडियों की भूमिका पर विचार विमर्श के साथ देश भर से ऑल इंडिया रेडियो, प्राइवेट एफ एम व सामुदायिक रेडियो स्टेशन के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया गया.

कार्यशाला के समापन के अवसर पर देश भर से आएं विभिन्न रेडियो स्टेशनों के प्रतिनिधियों ने अपने रेडियो स्टेशन के द्वारा आपदा प्रबंधन की तैयारियों के संबंध में विस्तार से अपनी प्रस्तुति दी. देश भर के सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के प्रस्तुति के आधार पर देश के तीन स्टेशनों को पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर सीवान की सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो स्नेही को प्रथम पुरस्कार व केरल के रेडियो स्टेशन को द्वितीय पुरस्कार व पश्चिम बंगाल के एक रेडियो स्टेशन को तृतीय पुरस्कार दिया गया.

इस मौके पर ऑल इंडिया रेडियो के अतिरिक्त महानिदेशक राज शेखर वत्स, विशेष कार्य अधिकारी राजीव कुमार शुक्ल, बी बी सी मीडिया एक्शन की प्रियंका दत्त, अनु पूरी, शैफाली चतुर्वेदी, यूनिसेफ की सिद्धार्थ श्रेष्ठ, अलका मल्होत्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
दिल्ली कार्यशाला से पुरस्कार लेकर सीवान लौटने पर मीडिया से बात करते हुए रेडियो स्नेही के पीआरओ नवीन सिंह परमार ने कहा कि सूखा, बाढ़, चक्रवाती तूफानों, भूकम्प, भूस्खलन, आगलगी, ओलावृष्टि जैसी विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है, न ही इन्हें रोका जा सकता है लेकिन इनके प्रभाव को एक सीमा तक जरूर कम किया जा सकता है, जिससे कि जान-माल का कम से कम नुकसान हो. यह कार्य तभी हो सकता है, जब हम सक्षम रूप से आपदा प्रबंधन की तैयारी करने के साथ-साथ आम लोगों को आपदा से निपटने के लिए पहले से ही जागरूक व प्रशिक्षित करें.

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