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नवादा : लॉकडाउन में एंड्रॉयड फोन की बढ़ी मांग, बाजार में मोबाइलों की हुई कमी

नवादा में लॉकडाउन में मोबाइल का बाजार डाउन हो गया है. स्थिति यह हो गई है कि किसी भी कंपनी का मोबाइल दुकान में उपलब्ध नहीं है. नतीजतन, हर दिन दुकानों से पांच दर्जन से अधिक ग्राहक बिना मोबाइल लिए वापस लौट रहे हैं. जिसका बुरा असर दुकानदारों पर पड़ रहा है.

बता दें कि सरकार ने मोबाइल दुकानों को खोलने की अनुमति दी है, पर मोबाइल नहीं होने की वजह से कारोबार पर बुरा असर पड़ रहा है. जिला के किसी भी दुकानदार के पास बेचने के लिए मोबाइल अन्य दिनों की तुलना में कम हैं.

ऑनलाइन पढ़ाई ने बढ़ाई मोबाइल की किल्लत :

गौरतलब है कि लॉकडाउन होने के बाद बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन के माध्यम से शुरू हो गई. जिसके बाद से हर घरों में मोबाइल की जरूरत बढ़ गई है. इस कारण सभी लोगों ने ना चाहते हुए भी मोबाइल दुकानदारों से लॉकडाउन में संपर्क कर मोबाइल की खरीदारी किया है. जिस कारण बाजारों की दुकानों से मोबाइल गायब हो गया है, जबकि लॉकडाउन में पढ़ाई के लिए अधिसंख्य बच्चों के अभिभावक सस्ते कीमत की मोबाइल की ही खरीदारी कर रहे हैं. जिससे सस्ते दामों का एंड्रायड फोन खत्म हो गया है.

अप्रैल में ही बढ़ी थी मोबाइल की कीमत :

बीते अप्रैल में ही सरकार की ओर से लागू टैक्स की वृद्धि के बाद से करीब हर कंपनी ने अपने मोबाइल के दामों में एक हजार तक की बढ़ोतरी की दी थी. अधिसंख्य कम कीमत का फोन चाइना के बाजार से भारत को उपलब्ध होता था. चाइन में चार महीना पूर्व ही कोरोना के कारण किसी भी प्रकार के सामान का आयात नहीं हो पाया था.

पुराने मोबाइल की नहीं हो रही मरम्मत :

मोबाइल नहीं मिलने पर कई लोग घर में रखे पुराने मोबाइल को ठीक कराने पहुंच रहे हैं पर सामानों की कमी से ठीक नहीं हो रहे. नवादा के नवादा मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण कुमार और सचिव नितिन कृष्णन ने बताया कि कोरोना के आने के बाद मोबाइल जरुरत के हिसाब से नहीं आ रहा है. उन्होंने बताया कि कुछ ब्रांडेड कंपनियां को छोड़कर किसी भी कंपनी का मोबाइल नहीं मिल रहा है. जिस कारण हर रोज पांच दर्जन से अधिक ग्राहक घूमकर जा रहे है. (सन्नी भगत की रिपोर्ट).

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