देवघर : कोरोना संकट के बीच मानव सेवा में लगे 15 वर्षीय आदित्य कमल को उपायुक्त ने दिया प्रशस्ति-पत्र

देवघर में कोरोना संकट में एक 15 वर्षीय किशोर गरीबों व असहायों की सेवा कर मानव सेवा की अद्भुत मिसाल पेश कर रहा है. आदित्य कमल नामक इस किशोर को उत्कृष्ट मानवीय कार्यो के लिये उसे देवघर के उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर आदर्श बालक के रूप के सम्मानित किया गया है. वहीं सामाजिक संस्था आलोक पथ ने भी उसको सम्मानित किया है.

बता दें कि कोरोना जैसे महामारी में सामान्य सेवा के लिए सम्मानित किया गया आदित्य कमल देवघर के प्रख्यात समाजसेवी और व्ययसायी स्व राम गोपाल प्रसाद अग्रहरि और स्व कृष्णा देवी के पौत्र है. आदित्य कमल के पिता अभिनव कुमार व्यापार जगत से आते हैं. आदित्य कमल कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन में अपने सहयोगियों के साथ झुग्गी-झोपड़ी में गरीब व असहायों के बीच बड़ी तत्परता के साथ राशन व भोजन का वितरण करते रहा है. जिसके लिये वह झारखंड के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय बनता जा रहा है.

बताया जाता है कि वर्तमान में आदित्य कमल संत फ्रांसिस स्कूल का छात्र है. वह पढ़ाई-लिखाई के बाद समय निकालकर अपने माता-पिता की अनुमति व घर वालों के सहयोग से इस नेक कार्य को अंजाम दे रहा है. जरूरतमन्दों की इच्छा के मुताबिक वह अपने होटल से घर-घर जाकर खाना व नाश्ता का भी वितरण कर रहा है. साथ ही वह लोगों के बीच सैनिटाइजर, छतरी व मास्क का भी विरतण कर रत है. उसके एक सहयोगी के अनुसार इससे पूर्व भी आदित्य नर सेवा समिति द्वारा संचालित अनाथालय के एक चार वर्षीय बच्ची के लिये भी दूध, दवा व फल का रस आदि की व्यवस्था कर मानवीय संवेदना का उच्च प्रतिमान कायम कर चुका है. वहीं आलोक पथ रांची के अध्यक्ष फिरदौस अंसारी और सचिव राकेश कुमार गुप्ता ने सम्मानित कर उसके कार्यों की सराहना की. (सेंट्रल डेस्क).
Comments are closed.