चाईबासा : पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री ने की अंचल की योजनाओं की समीक्षा, लापरवाही बरतने वाले अभियंता और एजेंसी पर कार्रवाई की दी चेतावनी
चाईबासा में सोमवार को झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने परिसदन में चाईबासा अंचल के तीनों प्रमंडल की जलापूर्ति की योजनाओं की समीक्षा की. उन्होंने पेयजल आपूर्ति की योजनाओं के काम में तेजी लाने का निर्देश दिया.
मंत्री ने कहा कि 2024 तक राज्य के हर घर को नल से जोड़ना है, इसलिए सभी प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अपना उत्तरदायित्व समझ कर काम करें अन्यथा उनके ऊपर कार्रवाई होगी. यदि एजेंसी समय पर काम पूरा नहीं करती है तो उसे डिबार करते हुए कार्रवाई की जाएगी. जब तक हर घर तक जल नहीं पहुंच जाएगा तब तक किसी भी योजना को पूरा नहीं माना जाएगा. मंत्री ने कहा कि ज्यादातर बड़ी योजनाएं संचालित हो रही हैं इसलिए उन योजनाओं के पूरा होने तक वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया है. साथ ही पदाधिकारियों को यह चेतावनी दी गई है कि यदि किसी योजना को लेकर कोई शिकायत मिलेगी तो संबंधित अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. छोटी जलापूर्ति योजनाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. सभी खराब पड़े चापाकलों को ठीक किया जा रहा है. जो योजनाएं 2013 से बंद पड़ी थी उन्हें भी चालू किया जा रहा है.
मंत्री ने कहा कि विधायकों की अनुशंसा पर हर पंचायत में 5-5 चापाकल लगाने का काम चल रहा है जिसे जून तक पूरा करना है. स्वच्छ भारत मिशन के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि जिन घरों में अभी तक शौचालय नहीं बना है उसे पूरा करने का निर्देश दिया गया है. फेज 2 शुरू होने वाला है, लेकिन जब तक फेज वन का काम पूरा नहीं होगा तब तक फेज 2 को चालू नहीं किया जाएगा.
वहीं चाईबासा शहरी जलापूर्ति योजना को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि इस योजना की डेडलाइन अक्टूबर 2021 है, लेकिन इसे सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि चाईबासा नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष और वार्ड पार्षदों से आग्रह किया गया है कि वह काम को बाधित ना करें. कोई भी घर छूटने नहीं पाएगा. यदि जरूरी हुआ तो योजना को रिवाइज करके उद्घाटन से पहले बाकी घरों को भी जोड़ा जाएगा. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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