चाईबासा : विशाखापट्टनम दुर्घटना में घायल मजदूरों और मृत्तकों का शव पहुंचा घर, सांसद गीता कोड़ा ने परिजनों से की मुलाकात
चाईबासा पश्चिमी सिंहभूम जिला के जगन्नाथपुर प्रखंड स्थित कलैया गांव के मजदूरों की रोजगार के लिए विशाखापट्टनम जाने के दौरान श्रीकाकुलम के पास हुई सड़क दुर्घटना में तीन मजदूरों की मौत और आठ के घायल होने के बाद रविवार को घायल और मृतक मजदूरों शव उनके घर पहुंचा. जिसके बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया. वहीं इसकी सूचना मिलने के बाद स्थानीय कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा कलैया गांव पहुंची और सभी मजदूरों के परिजनों से मिल उन्हें सांत्वना दिया.
बता दें कि कलैया गांव सांसद के गृह प्रखंड जगन्नाथपुर में ही आता है, इसलिए सांसद को देखते ही पीड़ित परिजनों की हृदय विदारक चीखें और बढ गयी. महिलाओं के विलाप को देख सांसद ने भी अपने को किसी तरह काबू में किया. सांसद सबसे पहले तीनों मृतकों के शव पर आदिवासी परंपरा के अनुसार कफन दान किया, फिर परिजनों से मिल उन्हें सांत्वना देते हुए हर तरह से मदद का भरोसा दिया. वहीं उन्होंने मजदूरों के अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद भी किया.
वहीं मीडिया से बात करते हुए सांसद का गुस्सा प्रशासनिक अधिकारियों पर जम कर फूटा. सांसद ने साफ कहा कि जब सरकार ने रजिस्ट्रेशन के बिना किसी मजदूर को बाहर नहीं भेजना है, इसके बावजूद मजदूर जा रहे हैं, तो इसके लिए संबंधित अधिकारी पूरी तरह दोषी हैं और इस मामले में वे सीएम हेमंत सोरेन से सीधे बता करेगी. उधर घायल मजदूरों ने बताया कि जब दुर्घटना हुई तो अधिकांश मजदूर गाड़ी में सो रहे थे. उन्हें पता ही नहीं चला कि दुर्घटना कैसे हुई. एक घायल ने बताया कि बोलेरो का चालक को नींद आ गई और इसी दौरान उसने खड़े कंटेनर में पीछे से टक्कर मार दिया. घायल मजदूरों ने बताया कि उन्हें ले जाने के लिए विशाखापट्टनम की कंपनी ने छत्तीसगढ़ से एक बोलेरो भेजा था, जिसमें सभी 11 मजदूर सवार थे. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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