चाईबासा : जंगली हाथियों के आतंक से पीड़ित किसानों की शिकायत पर जिला पार्षद मान सिंह तिरिया ने किया खेतों का निरीक्षण
चाईबासा में जगन्नाथपुर प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न क्षेत्रों में जंगली हाथियों द्वारा फसलों के नुकसान से पीड़ित किसानों ने जिला पार्षद मान सिंह तिरिया को शिकायत कर बुलाया. जिसपर जिला पार्षद किसानों के नुकसान हुए फसलों का जायजा लेने पहुंचे.
किसानों का कहना है कि धान की फसल एवं बागवानी- टमाटर, मूली, छिनी मटर, पालक साग, धनियां पत्ती,लाल साग आदि जंगली हाथियों द्वारा किया गया. वहीं मानसिंह तिरिया ने कहा विगत दो दिन से जंगली हाथियों का आगमन- दाऊबेड़ा बीट जंगल-गांव डाऊबेड़ा, सोसोपी, बुढ़ाकमान, तेन्तोडीपोसी, कुन्दरीझोर-जोड़ापोखर, सिंगाबेड़ा आदि गांव में लगातार जंगली हाथियों का तांडव जारी है. इस दौरान उन किसानों के पास किसी तरह का पूंजी लगाकर धान की फसल उपजा के यह बागवानी करकेझ बच्चों का पढ़ाई लिखाई घर परिवार चलाने के उम्मीद से खेती कर रहे किसानों की उम्मीद को जंगली हाथियों ने चकनाचूर कर दिया.
किसानों को भरोसा दिलाते हुए वन विभाग से उचित मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया गया और तिरिया ने यह भी कहा कि जंगली हाथियों द्वारा नुकसान होने पर क्षति हुई नुकसान की भरपाई संतोषजनक मुआवजा मिलनी चाहिए, इसके लिए हम किसानों को आवाज उठानी होगी. यदि वन विभाग संतोषजनक मुआवजा नहीं देता है तो वन विभाग अपना जंगली हाथियों को खुद चराई और भोजन पानी का व्यवस्था कराऐ. किसानों की फसल खाकर सरकार अपने हाथियों को पाल रहा है यह नहीं चलेगा. सरकार अपना व्यवस्था स्वयं बनाकर हाथियों को पाले और उनको व्यवस्थित रुप से समय पर भोजन पानी दे.
गौरतलब है कि सारंडा जंगल में खदान करके ब्लास्टिंग से जंगली हाथियों गांव की ओर चल आ रहे हैं. इससे सीधे मनुष्य और जंगली हाथियों के बीच टकराव उत्पन्न हो रहा है. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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