चाईबासा : 15 हाथियों ने पांच घंटे तक खेतों में मचाया उत्पात, जिला पार्षद मानसिंह तिरिया ने पीड़ित किसानों से की मुलाकात
चाईबासा के जगन्नाथपुर प्रखंड में 15 हाथियों ने खेतों में घुसकर करीब पांच घंटे तक उत्पात मचाया. जंगली हाथियों ने मोंगरा पंचायत के काकुईत्ता गांव में खेतो में लगी फसल और सब्जियों को रौंद कर पूरी तरह से बर्बाद कर डाला. वहीं हाथियों के उत्पात की जानकारी मिलने पर शुक्रवार को जिला परिषद सदस्य सह आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के अनुमंडल प्रभारी मानसिंह तिरिया ने पीड़ित किसानों से मुलाकात कर नुकसान का जायजा लिया.
ग्रामीणों ने बताया कि बीती रात 12 से 4:00 बजे सुबह तक जंगली हाथियों का आतंक जारी रहा. करीब 15 की संख्या में आए जंगली हाथियों द्वारा कटाई कर रखे हुए धान को खा लिया और नदी किनारे बागान कर रहे किसानों की सब्जी बागान पूर्ण रूप से पालक साग, लाल साग, टमाटर, सरसों, फूल गोभी, बन्धा गोभी और धानिया आदि खा गए एवं पैरों से रौंद कर बर्बाद कर दिया.
वहीं मानसिंह तिरिया ने कहा कि वन विभाग द्वारा क्षति पूर्ति मिलती है, लेकिन वह बहुत कम राशि होती है जो किसानो की लागत से भी कम होती है. इसलिए, सरकार को मुआवजा बड़ा कर देने की आवश्यकता है ताकि किसानों को नुकसान ना ही. किसान बेचारे केसीसी लोन लेकर बागवानी कर रहे हैं और सब्जी उगा कर सब्जी बाजार में बेचते हैं, लोन का पैसा जमा करते हैं, साथ-साथ घर परिवार भी चलाना है, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई से लेकर सारा चीज सोच समझकर खेती करते हैं. लेकिन, जंगली हाथी उनके परिश्रम पर पानी फेर दे रहे हैं. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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