नवादा : रक्तदान कर डॉक्टर बने मरीजों के ‘भगवान’
सन्नी भगत
https://youtu.be/hItuPIjpEsM
अक्सर सुनने को मिलता है कि डॉक्टर भगवान का रूप होता हैं पर क्या आपने किसी डॉक्टर द्वारा मरीज को अपना ही खून देकर उसकी जान बचाने का कोई किस्सा सुना हैं. जी हां एक डॉक्टर ने अपना खून देकर मरीज की जान बचाई है. जिसने मानवता की एक मिसाल कायम की है. यह मामला बिहार के नवादा ज़िला के प्रसाद विगहा स्तिथ मैक्स मेडी अस्पताल का हैं जहां के डॉक्टर एन के लाल ने अपना खून देकर महिला मरीज की जान बचाई.
डॉक्टर किसी भी मरीज के लिए भगवान ही होता है. बावजूद इसके अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे मरीज को अपना खून देकर बचाने वाले डॉक्टर कम ही होते हैं. मैक्स मेडी हॉस्पिटल के डॉक्टर नीरज लाल इन्हीं में एक हैं. नगर थाना क्षेत्र के झुनाठी गाँव से आयी एक महादलित महिला को अधिक रक्तस्राव के कारण महिला की जान को खतरा था. सदर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे मरीज को मैक्स मेडी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया अचानक से चिकित्साधिकारी डॉ नीरज लाल खुद अपना ब्लड देकर महिला मरीज की जान बचा ली. जिससे एक बार फिर यह साबित हो गया कि वाकई डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है.
इस बारे में जब डॉक्टर नीरज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इलाज कर मरीज का जीवन बचाना डॉक्टर की जिम्मेदारी है. अगर किसी को मेरी किडनी की भी जरुरत होती तो मैं वह भी दे दूंगा. उन्होंने यह भी बताया कि महिला का बकड एबी ग्रुप का था. लेकिन ब्लड में हीमोग्लोबिन की मात्रा एकदम से कम हो जाने के कारण उसका शरीर खून नहीं ले पा रग था. ऐसी स्थिति में किसी मरीज को भले चाहे उसका ब्लड ग्रुप कुछ भी हो ओ निगेटिव ब्लड चढ़ाया जाता है, जिससे खून का फटना बंद हो जाता है. मेरा खून ओ निगेटिव था, इसलिए मैंने तुरन्त अपना खून चढ़ाया. वहीं महिला के परिजनों ने कहा की हमलोगों के लिए भगवान साबित हुए ये डॉक्टर,अपना खून देकर मरीज की जान बचाई है.
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