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बेगूसराय : शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए शिक्षक संत कुमार सहनी को मिला शिक्षक सम्मान, राष्ट्रपति और शिक्षामंत्री की वर्चुअल मौजूदगी में डीएम ने किया सम्मानित

बेगूसराय में शिक्षक दिवस के अवसर पर बेगूसराय के सुदूरवर्ती इलाके में शिक्षा का अलख जगा कर समाज को बदलने वाले संत कुमार सहनी को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया. जिससे बेगूसराय के लोग खुशी से झूम उठे.

बता दें कि संत कुमार सहनी को यह पुरस्कार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रपति और शिक्षा मंत्री की उपस्थिति में बेगूसराय के डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने प्रदान किया. कोरोना के कारण ऐसा पहली बार हुआ जब देश में शिक्षा का सर्वोच्च सम्मान समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित करने के बदले वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया. जिसमें राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के रूप में डीएम ने प्रशस्ति-पत्र, मैडल और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया तथा बेहतर भविष्य की कामना की.

वहीं एनआईसी में आयोजित सम्मान समारोह डीएम ने कहा कि बेगूसराय के लिए आज का दिन बेहद ही खास रहा, जब वीरपुर प्रखंड के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय खरमौली के प्राचार्य संत कुमार सहनी को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह जिला के लिए गर्व की बात है तथा उम्मीद है कि इससे दूसरे शिक्षक भी प्रेरणा लेंगे. संत कुमार साहनी के सकारात्मक पहल के कारण शैक्षणिक संस्कृति में आमूलचूल परिवर्तन हुए. स्थानीय लोगों ने उनके कार्यों से सम्मानित होकर विद्यालय को जमीन, कंप्यूटर, फर्नीचर भी दान में दिया.

मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि सम्मानित शिक्षक संत कुमार सहनी ने बताया कि सुदूर इलाके में शिक्षा का बेहतर माहौल बनाकर शिक्षा का अलख जगाने का काम किया है. आज जहां विद्यालय में ड्राप आउट की समस्या बढ़ी है, ऐसे में भी खरमौली में नामांकन के लिए भीड़ लगी रहती है. संत कुमार सहनी को यह सम्मान 15 वर्षों से अधिक की कठिन साधना के बाद मिला है. जिस गांव में लोग बच्चों को पढ़ाने नहीं भेजना चाहते थे, पढ़ने की उम्र में बच्चे कलम, कॉपी के बदले पिस्तौल और खेत में मशगूल रहा कहते थे. वहां हर घर में शिक्षा का अलख जगा दिया. सामाजिक बदलाव आया तो प्रतिभा राष्ट्रीय स्तर पर निखर गई है. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).

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