रामगढ़ : चितरपु प्रखंड के बाजार में जर्जर शेड के नीचे किसान व्यवसाय करने को विवश, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
खालिद अनवर
झारखंड के रामगढ़ में चितरपुर प्रखंड स्थित बाजार-हाट में वर्षों पुराने शेड जर्जर हो जाने के कारन लगभग 20 गांवों के सैंकड़ों किसान दहशत के साए में व्यापार करते हैं. एक और जहां झारखण्ड के मानचित्र में गोला चितरपुर किसानो के उन्नत खेती करने के कारण हमेशा चर्चित रहा है तो वहीं दूसरी और सब्जियों की बिक्री करने के दौरान कभी भी किसानो के साथ चितरपुर बाजार घट सकती है बड़ी दुर्घटना.
बताया जाता है कि रामगढ़ जिले के चितरपुर प्रखंड स्थित चितरपुर बाजार हाट जहाँ पर सप्ताह में दो दिन बाजार लगती हैं और लगभग आसपास के 20 गांव के किसान लोग सब्जी बेचने आते हैं. जिसमें दुलमी, चितरपुर, रामगढ़ व महुआटाड़ के लोग बाजार में खरीदारी करते हैं. लेकिन किसान जर्जर पड़े सेड के नीचे सब्जी बेचने पर विवश है. इनलोगों को हमेशा बड़ी दुर्घटना होने की संदेह होती रहती है कि कब जर्जर पड़ी सेड मलबे में तब्दील हो जाएगा और हमलोगों को कभी भी जान माल की क्षति की सामना करना पड़ेगा. इसके बावजूद जिला प्रशासन किसानों से राजस्व की वसूली करता आ रहा हैं. साथ ही बाजार परिसर में चारों तरह खुली नाली है. जिससे यहां वहाँ पानी बहते रहता है।ल और किसानों को काफी परेशानी होती हैं. लेकिन साफ सफाई पर किसी को भी इस ओर ध्यान नही है.
इस संबंध में किसान बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के केंद्रीय संयोजक पंकज कुमार महतो ने कहा कि जिले के दुलमी, गोला, चितरपुर प्रखंड के हजारो किसानो की उन्नत खेती के कारण हमारा झारखण्ड का नाम हमेशा रोशन हुआ है. लेकिन चितरपुर बाजार में काफी लापरवाही जिला प्रसाशन के द्वारा बरती जा रही है. इस ओर जिला प्रसाशन ध्यान नही देता है तो जल्द ही उग्र आंदोलन किया जाएगा.
Comments are closed.