गुमला : विधिक सेवा सह सशक्तिकरण शिविर आयोजित, सीएम रघुवर दास ने किया उदघाटन
सुनील कुमार
झारखण्ड के गुमला मेंं मंगलवार को झारखण्ड राज्य तथा जिला विधिक सेवा के संयुक्त तत्वावधान में विधिक सेवा सह सशक्तिकरण शिविर का आयोजन हुआ. जिसका उदघाटन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया.
मौके पर बतौर मुख्य अतिथि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने संबोधन में कहा कि लोकतंत्र में कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना के तहत जनता की सेवा के लिए इस तरह के शिविरों के आयोजन में न्यायपालिका का पहल सराहनीय है. पूरे देश न्यायपालिका एवं कार्यपालिका के संयुक्त तत्वावधान में इस तरह का अनूठा आयोजन पहली बार आयोजित करने वाला राज्य झारखण्ड है. इस दोनों तंत्रों के पहल से समाज के आम लोगों के जीवन में बदलाव लाकर ही कल्याणकारी राज्य की सपने को साकार किया जा सकता है. रघुवर दास ने इस अवसर पर राज्य से गरीबी को नेस्तनाबूत करने का संकल्प दोहराते हुए गरीबी उन्मूलन तथा समाज के कमजोर, उपेक्षित वर्ग के कल्याण के लिए सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाने को कहा। सरकार की योजना हर गरीब, हर आम लोगों को द्वार तक पहुँचे इसको सुनिश्चित करने में प्रशासन के लोग बधाई के पात्र है. इस शिविर के माध्यम से इस प्रयास को और गति मिलेगी. वहीं उन्होंने झारखण्ड जैसें समृद्धशाली राज्य की गोद में पल रहे गरीबी के तीन कारण गिनाएं-1 अशिक्षा, 2 बुरी आदत एवं 3 कर्ज. उन्होंने कहा गुमला में महिला साक्षरता दर 37 प्रतिशत से कम है. अतः माता-बहने गरीबी पर चोट करने के लिए सबसे पहले शिक्षित बनें। प्रधानमंत्री के बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं के नारा को साकार करें. समाज में नशाखोरी, शराब की बुरी लत से बचें। महिलाएं शराब बंदी की दिशा में सराहनीय प्रयास कर रही है. लोगों को नसीहत देते हुए कहा दिखावे के लिए कर्ज न ले. उन्होंने कहा लोगों को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार की कई योजनाएं है. महिलाएं सखी मंडलों से जुड़े आर्थिक गतिविधि चलाने के लिए बैंकों से ऋण ले. महिलाओं को रेडी टू ईट योजना से जोड़ स्वरोजगार के लिए सरकार प्रेरित कर रही है. श्री दास ने महिला समूह के द्वारा सदर प्रखण्ड के सिलम गांव के पाॅल्ट्री फार्म का उदाहरण देते हुए किसान भाईयों को कृषि के साथ-साथ मुर्गी, पशुपालन, बागवानी एवं आधुनिक खेती करने की सलाह दी.
वहीं कार्यवाहक न्यायधीश झारखण्ड हाईकोर्ट डीएन पटेल ने कहा कि अब तक न्याय पालिका केवल विधिक जागरूकता आयोजित कर लोगों को कानूनी अधिकार के बारे में बताती रही है. परंतु प्रशासन की मदद से इस तरह का शिविर आयोजित कर लोगों की समस्या को सुनना एवं उनका समाधान करना, लाभुकों को लाभान्वित करने का अवसर मिलना न्यायपालिका के लिए एक सुखद अनुभव है. उन्होंने शिविर में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी.
शिविर में मुख्यमंत्री एवं कार्यवाहक न्यायधीश के अलावे न्यायिक अधिकारी एच.सी. मिश्रा, रंगोन मुखोपाध्याय, आई टी सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, सचिव समाज कल्याण विभाग श्रीमति हिमानी पांडे, अंबुज नाथ रजिस्टार जेनेरल हाईकोर्ट,डीआईजी बी. होमकर एवं दिनेश चन्द्र मिश्र आयुक्त दक्षिणी छोटानागपुर रांची, श्रम आयुक्त उमाशंकर सिंह, जिला जज संदीप श्रीवास्तव, उपायुक्त गुमला श्रवण साय, पुलिस अधीक्षक अंशुमन कुमार एवं अन्य प्रमुख रूप से मौजूद थे.
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