कैमूर : चैनपुर विधान सभा में चुनावी सरगर्मियों के बीच मंत्री जमा खान के फंड से कागजी चापाकल लगाने की चर्चा जोरों पर, ग्रामीण उठा रहे सवाल
कैमूर/भभुआ || जिले के चैनपुर विधान सभा में अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है, जहां मुख्यमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत मंत्री के फंड से एक लाख की लागत से चापाकल लगने का बोर्ड लग गया लेकिन चापाकल नहीं लगा. इस पर ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं.

मामला चैनपुर प्रखंड के उदयरामपुर का है, जहां सिवाना में मंत्री जमा खान के फंड से एक लाख की लागत से एक चापाकल लगाने की योजना पास हुई, जिसका बोर्ड भी लग गया, वहां डीप बोरिंग भी हुई पर आज तक चापाकल नहीं लगा. अब, जबकि विधान सभा चुनाव आ गया है तो ग्रामीण इसपर सवाल उठा रहे हैं कि एक लाख की निकासी हुई पर आज तक चापाकल क्यों नहीं लगा और यहां चापाकल लगाने के पीछे उनका मकसद क्या था ?
गांव के चौधरी सिंह और बिपतु राय आदि ग्रामीण बताते हैं कि यह उदयरामपुर गांव का सिवाना है, जहां स्थानीय विधायक जो मंत्री जमा खान हैं, ने एक चापाकल पास कराया, जिसके लिए डीप बोरिंग भी हुआ पर चापाकल नहीं लगा. एक माह पहले यहां बोरिंग हुआ और बोर्ड़ लग गया. यह इलाका पहाड़ी क्षेत्र में आता है, जहां पानी की काफी समस्या होती है. दूर-दूर तक पानी पीने की कोई व्यवस्था नहीं है, उसके बाद भी सरकारी पैसे का बंदरबांट हो रहा है. अब सवाल है कि इस इलाके में दर्जनों चापाकल लगाने की योजना थी. वह योजना से ग्रामीणों का प्यास बुझाने या सिर्फ कागज पर योजना चल रही है ? (विशाल कुमार की रिपोर्ट).