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सीवान : विश्व मत्स्यिकी दिवस आयोजित, उप विकास आयुक्त ने की अध्यक्षता

सीवान में रविवार को उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में जिला परिषद के सभागार में विश्व मत्स्यिकी दिवस आयोजित किया गया. इस समारोह में जिले के प्रखंड मत्स्य जीवी सहयोग समिति के मंत्री, अध्यक्ष समिति के सदस्य, प्रगतिशील किसान भाग लिए. प्रमुख वक्ता के रूप मे उप विकास आयुक्त के द्वारा इस दिवस पर हार्दिक शुभकामना व्यक्त की गई.

वहीं जिले के किसानों को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त ने मत्स्य पालकों को सर्वांगीण विकास के लिए तत्पर रहने के लिए कहा और उनकी उपलब्धि को सराहा. साथ ही जल जीवन हरियाली से जोड़कर जल स्रोतों को संरक्षित करने को कहा. वहीं जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने इस दिवस पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि यह दिवस 1997 में दिल्ली की बैठक में जहां 18 देशों के प्रतिनिधि भाग लेकर 21 नवंबर को तिथि निर्धारित की गई. यह दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि जलीय जीव जंतु संकट में हैं, कई प्रकार की मछलियां विलुप्त हो गई हैं. मछलियों के प्रजाति को संरक्षित रखने हेतु इस दिवस का आयोजन करने का उद्देश्य है. जिला मत्स्य पदाधिकारी ने कहा कि देश में 30 से 60 मिलियन मछुआ इस रोजगार में लगे हुए जिसमें 65% मीठा पानी का योगदान है. भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है. देश में बिहार राज्य मछली उत्पादन में चौथा स्थान है. राज्य में 93296 हेक्टेयर तालाब 26303 हेक्टेयर जलाशय एवं 3200 किलोमीटर नदियां बहती है. सीवान में मत्स्य विभाग को हस्तांतरित जलकर 1100 है, जिसका रकबा 1000 हेक्टेयर है. जिला मत्स्य पदाधिकारी ने मत्स्य उत्पादन मे कैसे वृद्धि हो इस संबंध में किसानों के साथ विस्तृत चर्चा की. वहीं उपस्थित किसानों ने भी केसीसी के संबंध में अपने विचार रखें.

इस अवसर पर उपस्थित किसानों में प्रमुख बड़हरिया के मत्स्य जीवी सहयोग समिति के मंत्री रामा शंकर प्रसाद, प्रगतिशील किसान शक्ति सिन्हा व आंदर मत्स्य जीवी सहयोग समिति के मंत्री आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए. सभा में उपस्थित मत्स्य प्रसार पदाधिकारी रमन कुमार, मत्स्य विशेषज्ञ अरुण कुमार व मनोज कुमार मिश्रा ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए. (सेंट्रल डेस्क).

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