Abhi Bharat

सीवान : पेट की आग बर्दाश्त से बाहर हुई तो रेलवे लाइन के सहारे घर को चल पड़े जहानाबाद से मैरवा आये मजदूर

सीवान में कोरोना की महामारी को लेकर जारी देशव्यापी लॉकडाउन में अपरवादी मजदूरों का हाल बेहाल हो रहा है. जिसका प्रमाण बुधवार को देखने को मिला जब कुछ अप्रवासी मजदूर अपने परिवार के साथ बोरिया बिस्तर लेकर रेलवे लाइन के सहारे अपने घर के लिये निकल पड़े.

बताया जाता है कि बुधवार को सीवान रेलवे जंक्शन के नजदीक जीआरपी ने रेलवे लाइन पर चलते मजदूरों के झुंड को देखकर उन्हें रोक तो पता चला कि सैकड़ो किलोमीटर दूर जहानाबाद के रहने वाले मजदूर आज अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ मैरवा से पैदल ही जहानाबाद के लिए चल दिये हैं. सभी मजदूर मैरवा में सड़क निर्माण के काम मे लगे हुए थे, तभी लॉकडाउन की घोषणा हो गयी. जहां वे काम कर रहे थे वहां का ठीकेदार उन्हें छोड़ खुद फरार हो गया. पेट मे जब आग लगी तब ये मजदूर सैकड़ो किलोमीटर दूर अपने गांव जहानाबाद के लिये अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ पैदल ही चल दिये.

हालांकि जीआरपी ने सभी को रेलवे जंक्शन पर रोक लिया और स्थानीय प्रशासन को इस्की सूचना दी है. अब देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन इन अप्रवासी मजदूरों के लिए क्या फैसला करता है और क्या व्यवस्था. (अरविंद कुमार सिंह की रिपोर्ट).

You might also like

Comments are closed.