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सीवान : गोरेयाकोठी में जर्जर सड़क पर चलने को विवश है ग्रामीण, मरीज को अस्पताल ले जाने में होती है समस्या

सीवान में एक ओर जहां सरकार की ओर से गांव के विकास को लेकर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जिले के गोरेयाकोठी प्रखंड क्षेत्र की जर्जर ग्रामीण सड़कें गांव के विकास की पोल खोल रही है.

बता दें कि गांवों को पंचायत मुख्यालय व प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली यहां की अधिकांश सड़कें जर्जर हो चुकी है. 15-20 साल पहले की बनी कई सड़कों की आज तक मरम्मत भी नहीं हुई है. भिट्ठी से कनहुली वाली ग्रामीण सड़क पूरी तरह जर्जर है. इस मुख्य सड़क को गांव तक की सड़क की मरम्मत का काम नहीं होने से सड़कों का नामोनिशान मिट रहा है. इस सड़क की लम्बाई लगभग छः किमी तक की ग्रामीण सड़क अपनी जर्जर हालात पर आंसू बहाने को विवश है. यहां तो हल्की बारिश में भी चलना मुश्किल हो जाता है. ज्यादा व्यस्त रहने वाली भिट्ठी-कनहुली तक जाने वाली ग्रामीण सड़क जिसकी लंबाई लगभग छः किमी है उसकी स्थिति भी बद से बदतर होती जा रही है.

गौरतलब है कि सरकार गांवों के विकास के लिए कई योजनाएं धरातल पर उतार देती है. लेकिन उचित रख-रखाव व समय पर मरम्मत नहीं हो पाने के कारण जन सरोकार से जुड़ी योजनाओं की हालत धीरे-धीरे बेहाल हो जाती है. वहीं प्रखंडवासियों का कहना है कि ग्रामीण सड़कों की हालत सुधारने के लिए न तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधि औऱ न ही प्रशासनिक महकमे के अधिकारी ध्यान देते हैं. चुनाव के समय तो बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं लेकिन चुनाव के बाद सब हवा-हवाई हो जाता है. (अभिमन्यु कुमार की रिपोर्ट).

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